पंच गौरव कार्यक्रम की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक, जिले को प्रति वर्ष 5 करोड़ का बजट, हनुमानगढ़ में कृषि, खेल, पर्यावरण, उद्यम और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, योजना निर्माण के दिए निर्देश
हनुमानगढ़। जिले में पंच गौरव कार्यक्रम की प्रगति को लेकर जिला कलेक्टर काना राम की अध्यक्षता में गुरुवार को समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में पंच गौरव कार्यक्रम के तहत कार्य योजना निर्माण से संबंधित निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि सरकार ने पंच गौरव कार्यक्रम को जिले में प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक जिले को प्रति वर्ष 5 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया जाएगा। इस बजट का उपयोग पंच गौरव के तहत जिले के विकास, कृषि, खेल, पर्यावरण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
पंच गौरव के तहत जिले में इन पर रहेगा फोकस
एक जिला-एक उत्पाद" योजना के तहत जिले में कृषि प्रसंस्करण क्षेत्र को चयनित किया गया है, जिससे जिले की प्रमुख फसलें और उनके उत्पाद बाजार में बेहतर स्थान प्राप्त कर सकें। "एक जिला-एक खेल" के तहत जिले में हॉकी को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए विशेष खेल प्रशिक्षण केंद्र और खेल मैदानों का निर्माण किया जाएगा। "एक जिला-एक प्रजाति" में जिले की प्रमुख लकड़ी प्रजाति शीशम का संरक्षण और संवर्धन किया जाएगा। "एक जिला-एक डेस्टिनेशन" योजना के तहत जिले के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल गोगामेड़ी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर जोर दिया जाएगा। "एक जिला-एक उपज" में जिले की विशेष उपज कीनू को चुना गया है। इसका विपणन, प्रसंस्करण और निर्यात के लिए विशेष रणनीति तैयार की जाएगी।
हितधारकों के सुझावों के आधार पर कार्य योजना निर्माण के निर्देश
जिला कलेक्टर ने पंच गौरव कार्यक्रम के तहत 10 फरवरी तक कार्य योजना निर्माण कर भेजी जानी है। इसलिए सभी संबंधित विभाग आगामी 2 से 4 वर्षों के बजट को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना तैयार करें। कार्ययोजना तैयार करने से पूर्व संबंधित हितधारकों के साथ बैठक की जाए, उनके सुझावों के आधार पर कार्ययोजना तैयार की जाए। पंच गौरव कार्यक्रम के लिए मॉनिटरिंग कमेटी तथा विभागों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि 29 जनवरी तक प्रथम प्रस्ताव तैयार कर भेजें। बैठक में डीएफओ सुरेश कुमार, उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. रमेश चंद्र बराला, जिला खेल अधिकारी शमशेर सिंह, सांख्यिकी विभाग से ममता बिश्नोई सहित देवस्थान और उद्योग विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
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