शाला दर्पण डिजीटल हैल्थ सर्वे एवं आरबीएसके के अंतर्गत 47 रैफरल बच्चों का हुआ उपचार, 5 को चश्मा वितरण
हनुमानगढ़। जिला कलक्टर कानाराम के निर्देशन में आयोजित शाला दर्पण डिजीटल हैल्थ सर्वे एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के अंतर्गत आयोजित शिविरों में रैफरल बच्चों का उपचार आज शनिवार को पल्लू सीएचसी में आयोजित शिविर में किया गया। शिविर में नेत्र विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, अस्थि रोग विशेषज्ञ, नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, दंत चिकित्सक, डेंटल हाइजीनिस्ट आदि विशेषज्ञ बच्चों की जांच की एवं उन्हें उपचार प्रदान किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि जिला कलक्टर श्री कानाराम द्वारा आयोजित शाला दर्पण डिजीटल हैल्थ सर्वे एवं आरबीएसके के तहत गत 22 जुलाई 2024 से विद्यालय स्तर पर बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी के तहत आज सीएचसी पल्लू में आयोजित शिविर में रैफरल 47 बच्चों का उपचार किया गया। शिविर में उपस्थित विशेषज्ञों ने शिविर में उपस्थित बच्चों की जांच की। इनमें 5 बच्चे हड्डी रोग से ग्रस्ति थे, जिनका उचित उपचार किया गया। इसके अलावा 3 बच्चे को एनीमिक, 6 बच्चों को बुखार, 2 बच्चों को कान के रोग, 6 बच्चियों का उपचार, 11 बच्चों को दंत रोग का उपचार, 5 बच्चों के कान का उपचार, 5 बच्चों को चश्मा वितरण सहित अन्य बच्चों को दवाइयां देकर उपचार किया गया। डीईआईसी सुनील कुमार ने सभी बच्चों एवं उनके परिजनों को बच्चों में होने वाली बीमारियों, उपचार एवं खानपान संबंधी जानकारी दी। डॉ. शर्मा ने बताया कि यह अभियान 25 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को सीएचसी संगरिया, 14 फरवरी को सीएचसी छानीबड़ी, 19 फरवरी को सीएचसी फेफाना, 21 फरवरी को सीएचसी गोलूवाला एवं 25 फरवरी को उपजिला अस्पताल भादरा में रैफरल स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे।