महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में कार्यक्रम

महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव आयोजित,

भगवान शिव के अवतरण का प्रतीक है, भगवान शिव की शक्ति से जीवन के सभी अंधकार मिटाए जा सकते हैं: ब्रह्माकुमारी आशा बहन 

टिब्बी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय ओम शांति भवन में सोमवार को 89वां  त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव का आयोजन हर्षोल्लास पूर्वक किया गया।इस मौके पर मुख्य अतिथि एसडीएम सत्यनारायण सुथार, पूर्व पालिकाध्यक्ष संतोष सुथार, कुलवंत सुथार, व्यापार मंडल संस्था अध्यक्ष विजय नोखवाल,   मधुबन से पहुंचे बीके बालकृष्ण भाई, रावतसर केंद्र प्रभारी बीके निलिमा बहन,आदि ने शिरकत की। अतिथियों ने शिवरात्रि के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथिगणों ने द्वीप प्रज्जवलित, केक काट कर तथा ध्वजारोहण कर किया। 


कार्यक्रम में अजमेर से पहुंची ब्रह्माकुमारी आशा बहन ने शिव जयंती महोत्सव के अध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा हम सब का निराकार ज्योति स्वरुप परमात्मा एक है । परमात्मा ने हीरो के व्यापारी लेखराज के शरीर में प्रवेश निराकार शिव का रुप धारण किया ‌।उन्होंने कहा कि  यह पर्व भगवान शिव के अवतरण का प्रतीक है। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि जब संसार में अज्ञान और अंधकार बढ़ जाता है, तब भगवान शिव अवतरित होकर सत्य, शांति और धर्म का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने बताया कि शिव बाबा का ज्ञान मानव जीवन को नई दिशा देने का कार्य करता है और सतयुग की स्थापना की प्रेरणा देता है। 

शिवरात्रि के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि भगवान शिव की शक्ति से जीवन के सभी अंधकार मिटाए जा सकते हैं। मन और बुद्धि को परमात्मा की याद में लगाना है। जब परमात्मा के साथ मन को लगाते हैं तो इसे मेडिटेशन कहते हैं ‌ । जीवन में हमें बैर, विरोध को भूलना जरुर है लेकिन हम बैर को याद रखते हैं अच्छी बातों को भूल जाते हैं और बूरी बात की गांठ बांध लेते हैं। इसलिए हमें अपना ध्यान परमात्मा शिव की याद में लगाना है। हम अपने मन को जितना शुद्ध बनाएंगे उतनी अधिक शिव शक्ति हमें प्राप्त होती है। उन्होंने शिव रात्रि के महत्व पर प्रकाश डाला।भगवान के आने की रात्रि को हम महाशिवरात्रि रात्रि कहते हैं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में महाशिवरात्रि पर्व एक पखवाड़े तक मनाया जाता है । स्थानीय केंद्र प्रभारी बीके अनिता बहन ने अतिथियों व साधकों का आभार व्यक्त किया। 



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