मानस अभियान के तहत जिला स्तरीय नशा मुक्ति प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
जिला कलेक्टर ने कहा कि युवाओं को जागरूक करना है प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्यहनुमानगढ़। जिले में युवाओं को नशे के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मानस अभियान के अंतर्गत विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में हर महीने विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को जंक्शन स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय में जिला स्तरीय मानस नशा मुक्ति प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।प्रतियोगिता में जिले के सभी सात ब्लॉकों से चयनित 26 महाविद्यालयों में से 15 महाविद्यालयों की टीमों ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता दो चरणों में सम्पन्न हुई — प्रथम चरण में लिखित एवं द्वितीय चरण में मौखिक प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई। लिखित प्रश्नोत्तरी से चयनित पांच महाविद्यालयों की टीमों ने अंतिम मौखिक राउंड में हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता में ये रहे अव्वल
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विकास, संतोष और पूजा के नेतृत्व में इंदिरा गांधी मेमोरियल पीजी महाविद्यालय, पीलीबंगा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। अर्शदीप के नेतृत्व में ग्रामोत्थान विद्यापीठ महाविद्यालय, संगरिया ने द्वितीय स्थान और आत्माराम के नेतृत्व में स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय, टिब्बी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। तीनों विजेता टीमों को जिला कलेक्टर श्री काना राम द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने मानस अभियान की महत्ता और नशा मुक्त जिला बनाने की दिशा में किए गए नवाचारों के बारे में बताया।
नशा मुक्ति अभियान के चार घटक
जिला कलेक्टर ने बताया कि सीमावर्ती जिला होने के कारण हनुमानगढ़ में नशे की प्रवृत्ति का प्रसार हुआ है, इसी के मद्देनजर 26 जून 2024 को मानस नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की गई थी। इस अभियान को चार घटकों में संचालित किया गया। जागरूकता अभियान के तहत युवाओं को नशे के प्रति सतर्क करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। दूसरे घटक में नशे की चैन तोड़ने के लिए 400 से अधिक नशा बेचने वालों की गिरफ्तारियां की गईं। तीसरे घटक में इलाज और पुनर्वास के तहत 90 से अधिक शिविरों का आयोजन कर नशा पीड़ितों का इलाज किया गया। चौथे घटक में युवाओं को खेलों से जोड़ने के लिए नियमित रूप से खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिला कलेक्टर ने कहा कि अब तक 2 लाख से अधिक विद्यार्थी नशा मुक्ति की गतिविधियों में भाग ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि शरारतें करें, पर नशा नहीं। नशे से लौटना बहुत मुश्किल होता है। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने कहा कि इन गतिविधियों के माध्यम से यही प्रयास है कि युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय विकास समिति की सदस्य श्रीमती अंजलि बंसल, प्राचार्य डॉ. मोहनलाल गोस्वामी, आयोजन सचिव श्री महासिंह, और स्टाफ के सदस्य डॉ. गुरमुख, श्रीमती रेखा चौधरी, श्री कालीचरण, डॉ. गजेन्द्र वर्मा, श्री शुभकरण सहित संबंधित महाविद्यालयों के प्रतिनिधि व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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