स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर ने आयुष्मान योजना में क्लेम रिजेक्शन पर जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना का व्यापक प्रचार करने के निर्देश
हीटवेव से बचाव के लिए पुख्ता व्यवस्थाओं के निर्देश
हनुमानगढ़। सोमवार को जिला कलेक्टर काना राम की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मौसमी बीमारियों की चुनौतियों और स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्यकर्मियों को 'कर्मयोगी पोर्टल' पर अधिक से अधिक ऑनलाइन कोर्स करने के निर्देश दिए। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सरकारी अस्पतालों में रोगी पंजीकरण को ऑनलाइन करने हेतु क्यूआर कोड और स्टैंडियों की स्थापना के आदेश भी दिए गए, जिससे मरीजों को पर्ची कटवाने के लिए लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़े। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के अंतर्गत जिला चिकित्सालय और सीएचसी स्तर पर क्लेम रिजेक्शन की स्थिति पर जिला कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) को सभी अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध पैकेजों की समीक्षा के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि पीएम जन आरोग्य योजना के यूएमपी पोर्टल पर राज्य की योजनाओं से संबद्ध अस्पतालों का पंजीकरण करवाए और योजना का लाभ राज्य के बाहर के मरीजों तक पहुंचाने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना के अंतर्गत घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुँचाने पर मददगार को 10,000 रुपए की सहायता दी जाती है। जिला कलेक्टर ने इस योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।
हीटवेव से बचाव के लिए पुख्ता व्यवस्थाओं के निर्देश
हीटवेव को देखते हुए जिला कलेक्टर ने प्रत्येक 15 दिन में मनरेगा साइट, मंडियों और ईंट भट्टों का निरीक्षण करने तथा अस्पतालों में कूलर, पानी, एसी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।टीबी मरीजों के लिए प्रत्येक माह एक दिन फॉलोअप कैंप आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए। लाड़ो प्रोत्साहन योजना की लंबित फाइलों को जल्द निपटाने और जिले में चल रहे भवन निर्माण कार्यों की तीन माह में एक बार अनिवार्य रूप से संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए।
मानस नशा मुक्ति अभियान अंतर्गत 179 शिविरों का आयोजन
बैठक में सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने जानकारी दी कि ‘मानस नशा मुक्ति अभियान’ के तहत इस माह 12 शिविर लगाए गए है, जिनमें 488 मरीजों को देखा गया। अब तक जिले में कुल 179 शिविरों में 7,108 मरीजों का उपचार किया जा चुका है।