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उद्योग विभाग की कार्यशाला में नीतियों की दी जानकारी

हनुमानगढ़ में उद्योग विभाग की योजनाओं पर हुई कार्यशाला, जिले में औद्योगिक विकास पर फोकस

राज्य की आठ प्रमुख नीतियों की दी गई जानकारी दी, निवेशकों को मिलेगा लाभ

हनुमानगढ़। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र की ओर से बुधवार को औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन एक निजी होटल में किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत में राज्य सरकार की विभिन्न औद्योगिक नीतियों की जानकारी दी गई। कार्यशाला में एमएसएमई पॉलिसी 2024, एक जिला एक उत्पाद नीति 2024, इंटीग्रेटेड क्लस्टर डवलपमेंट पॉलिसी, राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन पॉलिसी 2024, लॉजिस्टिक पॉलिसी 2025, टेक्सटाइल एंड अपैरल पॉलिसी 2025, डाटा सेंटर पॉलिसी 2025 एवं राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2024 जैसे आठ प्रमुख नीतिगत प्रावधानों को विस्तार से समझाया गया।

कार्यशाला में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के संयुक्त निदेशक श्री धर्मेंद्र पुनिया मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा घोषित नीतियां उद्यमियों के लिए एक सुनहरा अवसर हैं। इन नीतियों के तहत दी जा रही रियायतें, अनुदान, टैक्स में छूट और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सहायता से न केवल स्थानीय उद्योगों को गति मिलेगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने 'एक जिला एक उत्पाद' नीति के तहत हनुमानगढ़ में कृषि-आधारित प्रसंस्करण इकाइयों की संभावनाओं पर विशेष जोर दिया। जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक श्रीमती आकाशदीप सिद्ध ने बताया कि इन योजनाओं के माध्यम से जिले में औद्योगिक माहौल को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में कृषि की प्रधानता को ध्यान में रखते हुए एग्रो-प्रोसेसिंग, कोल्ड स्टोरेज, डेयरी, पैकेजिंग तथा अन्य सहायक उद्योगों की स्थापना की जा सकती है। साथ ही, टेक्सटाइल, लॉजिस्टिक्स और डाटा सेंटर जैसे सेक्टरों में भी निवेश के लिए राज्य सरकार बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित उद्यमियों ने योजनाओं से जुड़ी अपनी जिज्ञासाए साझा की, जिनका अधिकारियों द्वारा समाधान भी किया गया। वक्ताओं ने स्थानीय निवेशकों को आह्वान किया कि वे राज्य सरकार की इन नीतियों का लाभ उठाकर जिले में पर्यटन, हॉस्पिटल, मनोरंजन, कृषि-आधारित एवं सेवा क्षेत्र में अपने उद्यम स्थापित करें।इस अवसर पर उप निदेशक राजस्थान कृषि विपणन बोर्ड श्री डीएल कालवा, सचिव कृषि उपज मंडी समिति श्री सीएल वर्मा, रीको के आरएम श्री आरके श्रीवास्तव, वाणिज्य कर अधिकारी श्री राजूराम गोदारा, उद्योग समिति अध्यक्ष श्री सुरेंद्र सिंगला, सीए एसोसिएशन के प्रतिनिधि, विभिन्न बैंकर्स, उद्यमी और राजीविका से जुड़ी महिलाए भी शामिल थी। 

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