नहरों एवं जलाशयों में डूबने से बच्चों की मौतें दुखद, प्रशासन ने की सतर्कता बरतने की अपील
आगामी मानसून में बढ़ सकता है खतरा, जिला कलेक्टर ने आमजन से की अपील
हनुमानगढ़। जिले के विभिन्न हिस्सों से बीते कुछ दिनों में नहरों, तालाबों व अन्य जलाशयों में डूबने की दर्दनाक घटनाएं सामने आई हैं। इनमें कई मासूम बच्चों की अकाल मौत हो चुकी है। यह सभी के लिए दुखद और चिंता का विषय है। प्रशासन ने आगामी दिनों में मानसून की सक्रियता को देखते हुए आमजन को विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। जिला कलेक्टर श्री काना राम ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
जिला कलेक्टर की अपील मुताबिक, नहरों, नदी-नालों या जलभराव वाले स्थानों के किनारे विशेष रूप से फिसलन भरे होते हैं। चिकनी मिट्टी और गहराई का अंदाजा न लग पाने से गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। बच्चों को किसी भी हालत में अकेले नहरों, तालाबों या खुले जलस्त्रोतों के पास न जाने दें। खेतों या नहर किनारे काम कर रहे लोग बच्चों को साथ न ले जाएं और स्वयं भी पूरी सावधानी से काम करें। पानी भरे रपटों या अंडरपास से बिना खतरे का निशान देखे न तो पैदल पार करें और न ही वाहन लेकर जाए। किसी भी आपातकालीन स्थिति में जिला नागरिक सुरक्षा हेल्पलाइन 01552-260299 पर तत्काल संपर्क करें। जिला कलेक्टर श्री काना राम ने आमजन से अपील की है कि वे स्वयं सजग रहें, अपने बच्चों व परिजनों को सतर्क करें और आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी भूमिका निभा रहा है, लेकिन समाज की भागीदारी आवश्यक है।