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मानस नशा मुक्ति शिविर का आयोजन

'भटके थे जो कभी राहो में,अब आ गए हैं नशामुक्ति शिविर की पनाहों में'

मानस अभियान : पूर्व में उपचार ले रहे 102 मरीज शिविर में काउंसलिंग के लिए पहुंचे

सीएचसी रावतसर एवं पीएचसी खुइयां में आयोजित चिकित्सा शिविर में 9 नए मरीजों ने उपचार लेना शुरु किया



हनुमानगढ़। जिला कलक्टर कानाराम के निर्देशन में शुक्रवार 13 जून को सीएचसी रावतसर एवं पीएचसी खुइयां में मानस अभियान के तहत नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 9 नए मरीजों ने मनोचिकित्सक से काउंसलिंग के बाद नशा छोडऩे का प्रण लिया। नशा मुक्ति चिकित्सा शिविरों में आए 147 मरीजों की काउंसलिंग की। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि मानस अभियान के तहत नशा मुक्ति शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। डॉ. शर्मा ने बताया कि शुक्रवार 13 जून को सीएचसी रावतसर एवं पीएचसी खुइयां में नशा मुक्ति शिविर आयोजित किए गए। उन्होंने बताया कि सीएचसी रावतसर में आयोजित शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. ओपी सोलंकी, रावतसर बीसीएमओ डॉ. मनिंदर सिंह, सीएचसी इंचार्ज डॉ. सुभाष भिडासरा ने मरीजों की जांच की। उनके साथ जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ से डीपीओ अंजू बाला, त्रिलोकेश्वर शर्मा, एनसीडी काउंसलर कमल किशोर उपस्थित रहे।  डॉ. शर्मा ने बताया कि शिविर में 127 मरीज उपचार के लिए पहुंचे, जिनमें से 15 मरीज नशों का सेवन करते थे। कैम्प में आए सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 4 नए मरीजों ने नशा छोडऩे की इच्छा जताई, जिनकी काउंसलिंग कर उपचार शुरु किया गया। पूर्व में आयोजित नशामुक्ति शिविर में अपना उपचार करवा चुके 96 मरीज भी पुन: उपचार लेने के लिए शिविर में पहुंचे। सीएचसी रावतसर में आयोजित शिविरों में नजदीकी क्षेत्र के एक मरीजों ने नशा करना छोड़ दिया है। शिविर में 6 मरीज चिट्टा एवं मेडिकेटिड नशों का सेवन करते थे, जिनकी भी काउंसलिंग की गई। रावतसर उपखंड अधिकारी (एसडीएम) श्री संजय अग्रवाल ने शिविर का निरीक्षण किया एवं मरीजों से मिल रहे उपचार एवं व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा की। उन्होंने कुछ मरीजों का फॉलोअप कर उन्हें नशा छोडऩे के लिए प्रेरित किया। एसडीएम श्री संजय अग्रवाल ने आगामी मंगलवार को खण्ड रावतसर के गांव गंधेली में लगने वाले मानस शिविर की जानकारी अधिक से अधिक लोगों को देने तथा नशाग्रस्त मरीजों को शिविर में लाने के लिए निर्देशित किया। डॉ. शर्मा ने बताया कि इसी तरह खण्ड हनुमानगढ़ की पीएचसी खुइयां में आयोजित शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. मनोज डूडी एवं पीएचसी इंचार्ज डॉ. अमनदीप ने मरीजों की जांच की। शिविर में 20 मरीज उपचार के लिए पहुंचे, सभी 13 मरीज नशों का सेवन करते थे। कैम्प में आए सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 5 नए मरीजों ने नशा छोडऩे की इच्छा जताई, जिनकी काउंसलिंग कर उपचार शुरु किया गया। पूर्व में आयोजित नशामुक्ति शिविर में अपना उपचार करवा चुके 6 मरीज भी पुन: उपचार लेने के लिए शिविर में पहुंचे। पीएचसी खुइयां में आयोजित शिविरों में नजदीकी क्षेत्रों के 2 मरीज ने नशा करना छोड़ दिया है। शिविर में उपचार के लिए आए मरीजों एवं उनके परिजनों को नशों के दुष्प्रभाव से परिवार एवं समाज पर होने वाले हानिकारक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। शिविर में विभिन्न प्रकार के नशे व मानसिक रोगों से संबंधित मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। अंत में सभी मरीजों एवं उनके परिजनों को नशा ना करने की शपथ दिलाई।

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