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पेयजल आपूर्ति योजनाओं की समीक्षा बैठक

हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में पेयजल आपूर्ति योजनाओं की समीक्षा बैठक

"पानी की नहीं, मैनेजमेंट को सुधारने की आवश्यकता: जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल विभाग मंत्री

पीएचईडी मंत्री ने कनेक्शन पर एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश


हनुमानगढ़। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल विभाग मंत्री श्री कन्हैयालाल चौधरी की अध्यक्षता में रविवार को हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित कृषि उपज मंडी समिति सभागार में श्रीगंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिले की विभिन्न पेयजल आपूर्ति योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मंत्री श्री चौधरी ने विधानसभा वाइज जल जीवन मिशन व अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि योजनाओं में लापरवाही या अनियमितता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्री कन्हैयालाल ने कहा कि गांव, कस्बा और शहरों में प्रति व्यक्ति जल आपूर्ति की एक तय सीमा होती है। पेयजल का फिल्ट्रेशन भी इसी आधार पर होता है। यदि कुछ लोग तय मात्रा से अधिक पानी का उपयोग करेंगे, तो अन्य लोगों की जल आपूर्ति बाधित होती है।उन्होंने दो टूक कहा कि हमें पानी की दिक्कत नजर नहीं आती, लेकिन अगर कुछ व्यक्ति जल का अनुचित उपयोग करेंगे, तो अन्य के हिस्से का पानी कम हो जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि पानी के समझदारीपूर्वक उपयोग को सुनिश्चित करवाने की आवश्यकता है।

जनप्रतिनिधियों को मिली प्राथमिकता, अफसरों को निर्देश

मंत्री श्री चौधरी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि ही मंत्री हैं, उनके प्रस्ताव ही अंतिम होंगे। उनकी बिना जानकारी के कोई जांच न की जाए। उन्होंने कहा कि दोनों जिलों में जल की कोई कमी नहीं है, लेकिन मैनेजमेंट में सुधार की आवश्यकता है। शहरी जल जीवन मिशन के अंतर्गत 1200 करोड़ रुपये राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिससे शहरी क्षेत्र के नागरिकों को लाभ मिलेगा।

लापरवाह अफसरों पर होगी सख्त कार्रवाई

मंत्री ने निरीक्षण के दौरान जल नमूनों (सैंपल) की जांच कराने के निर्देश देते हुए कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। श्रीगंगानगर में रूडीप द्वारा किए जा रहे कार्यों में अनियमितता पाए जाने पर संबंधित एईएन को नोटिस जारी कर एपीओ करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी बताया कि हाल के महीनों में लापरवाही और अनियमितताओं के चलते 70 से अधिक पीएचईडी अधिकारियों को एपीओ किया गया है।

अवैध कनेक्शन पर सख्ती, एफआईआर के निर्देश

अवैध कनेक्शन पर नागौर में 100 लोगों पर एफआईआर दर्ज होने का उदाहरण देते हुए मंत्री ने कहा कि अवैध जल कनेक्शन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में अधिक से अधिक एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, विधायकगणों ने सुझाव दिया कि नवीन कॉलोनियों और जल कनेक्शन के प्रस्तावों को जयपुर मुख्यालय भेजने की बजाय जिला स्तर पर ही स्वीकृति दी जाए। इस पर मंत्री ने शीघ्र निर्णय का आश्वासन दिया। पूर्व विधायक श्री अभिषेक मटोरिया ने नोहर के कुछ गांवों में आपणी योजना की मॉनिटरिंग चुरू से होने की बात कहते हुए इसे स्थानीय स्तर पर स्थानांतरित करने की मांग की। श्रीगंगानगर विधायक श्री जयदीप बिहानी ने बैठक में मुद्दा उठाया कि गैस पाइपलाइन डालते समय जलापूर्ति पाइपलाइन को नुकसान पहुंचता है, जिसकी समयबद्ध मरम्मत आवश्यक है। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की रही सहभागिता

बैठक में हनुमानगढ़ विधायक गणेश राज बंसल, श्रीगंगानगर विधायक जयदीप बिहानी, बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू, नोहर विधायक अमित चाचाण, पूर्व विधायक अभिषेक मटोरिया, भाजपा नेत्री श्रीमती प्रियंका बेलान, एससी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, जनप्रतिनिधि अमित सहू, पूर्व विधायक गुरदीप शाहपीनी, पूर्व विधायक संतोष बांवरी, श्रीगंगानगर जिला प्रमुख श्रीमती कविता रैगर, देवेंद्र पारीक, पूर्व विधायक धर्मेंद्र मोची, श्रीमती गुलाब सिंवर सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि रहे। नोहर एडीएम श्रीमती संजू पारीक, पीएचईडी श्रीगंगानगर अतिरिक्त मुख्य अभियंता प्रवीण आकोदिया, बीकानेर अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजेश पुरोहित, चूरू (परियोजना) अतिरिक्त मुख्य अभियंता राममूर्ति चौधरी, हनुमानगढ़ पीएचईडी अधीक्षण अभियंता विजय वर्मा सहित सभी एसडीएम, पीएचईडी के अधिकारी भी मौजूद रहें।

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