वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत सीएसआर कार्यशाला, उद्योग जगत से बढ़े सीएसआर सहभागिता के संकेत
जिला कलेक्टर के ट्रेन से पेयजल आपूर्ति वाले संस्मरण ने छोड़ा गहरा असर
हनुमानगढ़। शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय सीएसआर कार्यशाला में जिला कलेक्टर श्री काना राम ने जल संकट पर स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि जिले में अभी पानी की किल्लत नहीं है, लेकिन मैनेजमेंट की कमी है। पानी का भविष्य तभी बचेगा जब वर्तमान में हम सभी जिम्मेदारी से काम लेंगे। कार्यशाला में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0, हरियालो राजस्थान, और कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान जैसे प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। उद्योगों से सीएसआर के तहत जल संरक्षण ढांचे विकसित करने का आह्वान किया गया।
कलेक्टर के पेयजल आपूर्ति वाले संस्मरण ने छोड़ा गहरा असर
कार्यशाला के दौरान जिला कलेक्टर ने अपना व्यक्तिगत संस्मरण साझा करते हुए कहा कि जब मैं 10वीं कक्षा में था, तो मेरे जिले में ट्रेन से पेयजल की आपूर्ति हुई थी। उसके उपरांत मैने अपने घर में रूफ टॉप वाटर स्ट्रक्चर तैयार करवाया जिससे एक बूंद भी बाहर से पानी लेने की जरूरत नहीं पड़ती। आप सब भी यही करें, अपने गांव, अपने उद्योग, अपनी संस्था में जल संरक्षण को प्राथमिकता दें।उन्होंने यह भी कहा कि "आने वाला युद्ध जल को लेकर हो सकता है" जैसी भविष्यवाणियां गलत नहीं है। हम सबको अभी से इसके लिए तैयार रहना होगा। जल के सही उपयोग, संग्रहण और प्रबंधन की जिम्मेदारी सभी की है।
औद्योगिक सीएसआर सहभागिता को लेकर दिखी सकारात्मकता
कार्यशाला में उपस्थित उद्यमी मै. स्टार एग्रीसीड्स, एसपीएल इंडस्ट्रीज ने सीएसआर सहयोग देने की मंशा जताई। कार्यक्रम में वाटरशेड अधीक्षण अभियंता श्री महेन्द्र कुमार ने जिले में जल स्वावलंबन के कार्यों की जानकारी दी। जिला परिषद एसीईओ श्री सुनील छाबड़ा ने “कर्मभूमि से मातृभूमि” अभियान के तहत जल आधारित कार्यों में निजी क्षेत्र की सहभागिता की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यशाला में उद्योग सहायक आयुक्त श्रीमती दिव्या शर्मा ने ग्रीन बजटिंग, वाटर रीयूज़, एनर्जी ऑडिट जैसे महत्वपूर्ण प्रयासों को औद्योगिक विकास का हिस्सा बनाने की अपील की।
"हरियालो राजस्थान" के तहत 20 लाख से अधिक पौधारोपण का लक्ष्य
कार्यक्रम में बताया गया कि 5 से 20 जून तक विभिन्न विभागों द्वारा जल संरक्षण व वृक्षारोपण गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।जिला कलेक्टर ने कहा कि मानसून के दौरान "हरियालो राजस्थान" के तहत 20 लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए ग्राम पंचायत व वन विभाग द्वारा पर्याप्त नर्सरियां तैयार की जा चुकी हैं।कार्यक्रम में उद्योग महाप्रबंधक श्रीमती आकाशदीप सिद्धू, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, कृषि विपणन बोर्ड से डी.एल. कालवा, सीडीईओ से पन्नालाल कड़ेला, नगर परिषद आयुक्त सुरेन्द्र यादव, उद्योग समिति से सुरेंद्र कुमार सिंगला, हनुमानगढ़ इंडस्ट्री एसोसिएशन से शिवरतन खड़गावत, जयपाल जैन, बालकृष्ण गोल्याण, मानव उत्थान सेवा समिति से लाधूराम भाटी सहित जिले के उद्यमी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।