MrJazsohanisharma
E-Manas/ई-मानस

E Manas

जल जीवन मिशन की मासिक बैठक

जल जीवन मिशन में जिले ने बढ़ाई “नल से जल” की रफ्तार, 86.93 फीसदी घरों में कनेक्शन

बारिश से पहले सड़क और डिग्गियों की मरम्मत पर जोर

हनुमानगढ़। जल जीवन मिशन (जेजेएम) कार्य निर्देशिका के तहत जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की मासिक समीक्षा बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। अध्यक्षता जिला कलक्टर श्री काना राम ने की, जबकि सीईओ जिला परिषद श्री ओ. पी. बिश्नोई, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, अधिशासी अभियंता श्री रिछपाल चारण, अधीक्षण अभियंता श्री विजय कुमार वर्मा तथा जलदाय विभाग एवं जोविविनिलि के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का प्रमुख फोकस फुल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन (एफएचटीसी), पानी की शुद्धता, सड़क मरम्मत और मानसून पूर्व तैयारियों पर रहा।

86.93 फीसदी घरों में पहुंचा पेयजल, राज्य में चौथे स्थान पर जिला


अधीक्षण अभियंता श्री वर्मा ने बताया कि जिले के 2,92,514 घरों में से 2,54,086 को नल कनेक्शन जारी हो चुके हैं, यानी 86.93 फीसदी कवरेज के साथ हनुमानगढ़ ने राज्य में चौथा स्थान हासिल कर लिया है। कलक्टर श्री काना राम ने शेष एफएचटीसी युद्धस्तर पर पूर्ण करने का आदेश देते हुए कहा, “पानी हर घर का अधिकार है, 100 फीसदी लक्ष्य हमारे जिले की प्रतिष्ठा से जुड़ा है।”

190 गांवों से जल के नमूने की हुई जांच

बैठक में बताया गया कि जेजेएम योजनाओं वाले 190 गांवों में लिए गए 717 जल नमूने लैब परीक्षण में उत्तीर्ण हो चुके हैं। बाकी बचे गांवों के सैंपल इसी माह लेने के निर्देश दिए गए। सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने जल स्रोतों के नियमित क्लोरीनीकरण पर बल देते हुए कहा कि स्वच्छ पानी न सिर्फ बीमारियों को रोकता है, बल्कि मिशन के स्थायित्व को भी सुनिश्चित करता है। अधिशासी अभियंता श्री रिछपाल चारण ने बताया कि पेयजल पाइपलाइन से 250 स्कूलों व 180 आंगनबाड़ी केंद्रों में नल जोड़ दिए गए हैं। शेष संस्थानों में काम अंतिम चरण में है। साथ ही 40 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 86 ग्राम पंचायत भवनों को टेप कनेक्शन उपलब्ध कराने का शिड्यूल तय किया गया।

सड़क मरम्मत कार्य- 654 किमी में से 640 किमी तैयार

जेजेएम कार्यों में खुदाई के कारण जिले में 654.91 किमी सड़कें तोड़ी गई थीं। इनमें से 567.06 किमी मरम्मत पिछले अक्तूबर तक पूर्ण हो चुकी है, शेष 87 किमी में से अब 73 किमी पटरी पर लौट चुकी है। केवल 14 किमी कार्य शेष है, जिनमें से 10 किमी कर्मसाना-चूरू वृत में आती हैं। कलक्टर ने स्पष्ट चेतावनी दी कि बारिश शुरू होने से पहले, यानी 20 जून 2025 तक सड़क मरम्मत हर हाल में पूर्ण होनी चाहिए। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

संचालन व संधारण नीति और ‘नल‐जल मित्र’ को हरी झंडी

बैठक में जलयोजनाओं के संचालन एवं संधारण (ओ एंड एम) की जिला नीति के मसौदे को मंजूरी मिली। साथ ही ग्राम स्तरीय नल‐जल मित्र चयन सूची भी सर्वसम्मति से पास हुई। सीईओ श्री बिश्नोई ने कहा कि स्थायी व्यवस्था तभी बनी रहेगी जब ग्राम समिति और स्थानीय युवाओं की हिस्सेदारी बढ़ेगी। जिला कलक्टर ने जलभराव वाली डिग्गियों की डिसिल्टिंग के प्रस्ताव मंगवाए और जिन ओएचएसआर (ऊँचे जलागार) पर फेंसिंग नहीं है, उन्हें शीघ्र सुरक्षा कवच देने का निर्देश दिया। साथ ही राजस्थान संपर्क पोर्टल पर लंबित जल शिकायतों को “टाइम‐बाउंड मोड” में निस्तारित करने के लिए अलग मॉनिटरिंग सेल बनाने को कहा।


E-Manas/ई-मानस

Post a Comment

Previous Post Next Post