जिला कलेक्टर ने श्रीनगर में मियावाकी पद्धति से विकसित वन का किया निरीक्षण, सीमित स्थान पर सघन पौधारोपण पर जोर
हनुमानगढ़। जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने मंगलवार को श्रीनगर ग्राम पंचायत में मियावाकी पद्धति से किए जा रहे पौधारोपण कार्य का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं पौधारोपण कर आमजन को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। जिला कलेक्टर ने मियावाकी पद्धति से पूर्व में विकसित कल्याण भूमि में वन का भी निरीक्षण किया और वहां तैयार हो रही पौधशाला की सराहना की।
डॉ. यादव ने कहा कि मियावाकी पद्धति सीमित भूमि क्षेत्र में अधिकतम पौधे लगाकर घना वन विकसित करने की एक अत्यंत प्रभावी तकनीक है, जिसे पर्यावरण संरक्षण के एक सशक्त उपकरण के रूप में अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों व ग्रामवासियों से अपील की कि अधिकाधिक स्थानों पर इस पद्धति को अपनाते हुए पर्यावरण को समृद्ध किया जाए।
निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायत भवन में आयोजित ग्रामवासियों। को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के लाभ बताते हुए आमजन को 850 रुपए में 25 लाख रुपए तक के स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया।
इस अवसर पर श्रीनगर पंचायत प्रशासक श्रीमती नवनीत संधू ने बताया कि ग्राम पंचायत में विश्लेषण के उपरांत मियावाकी पद्धति को अपनाया गया है और ईंट भट्टा संचालकों को भी इसके प्रति जागरूक कर प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे भी सीमित स्थान पर ऑक्सीजन बैंक के रूप में वन विकसित कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें। उन्होंने घग्घर तटबंधों के सुदृढ़ीकरण की आवश्यकता भी जिला कलेक्टर के समक्ष रखी। इस मौके पर बीडीओ श्री राजीव यादव, पत्रकार श्री गोपाल झा, श्री निपेश शर्मा, श्री दीपक, एईएन सहित अन्य अधिकारी व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
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