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समृद्ध किसान - विकसित राजस्थान की थीम पर कृषि महोत्सव- 2025

हनुमानगढ़ में तीन दिवसीय कृषि महोत्सव 8 मार्च से आयोजन

कृषि महोत्सव - 2025 उन्नत कृषि तकनीकी मेले के पोस्टर का जिला कलेक्टर ने किया विमोचन

मुख्य आकर्षण - ड्रोन प्रदर्शन, स्मार्ट फार्मिग मॉडल, जैविक एवं प्राकृतिक खेती, कृषि स्टार्टअप एवं एफपीओ के उत्पाद, हाईटेक बागवानी, कृषि कल्याणकारी योजनाएँ, कृषक वैज्ञानिक संवाद, उन्नत पशु प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम

हनुमानगढ़। जिले में 8 से 10 मार्च तक तीन दिवसीय भव्य कृषि मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसकी तैयारियों को लेकर जिला कलेक्टर काना राम ने गुरुवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। इस मौके पर जिला कलेक्टर ने एसकेडी विश्वविद्यालय के निदेशक श्री बाबूलाल जुनेजा, कृषि संयुक्त निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार, आत्मा परियोजना निदेशक डॉ. सुभाष चंद्र डूडी सहित अधिकारियों के साथ कृषि महोत्सव-2025 मेले के पोस्टर का विमोचन किया।खास बात ये है कि समृद्ध किसान - विकसित राजस्थान की थीम पर कृषि महोत्सव- 2025 उन्नत कृषि तकनीकी मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले का आयोजन हनुमानगढ़ जंक्शन से सूरतगढ़ रोड़ पर स्थित श्री खुशालदास विश्वविद्यालय में किया जाएगा। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले में एक विशाल किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले का आयोजन एसकेडी विश्वविद्यालय सहित कृषि, उद्यान, पशुपालन, डेयरी, कृषि विपणन एवं आत्मा विभाग के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा है। पूर्व में किसानों को दिल्ली और अन्य स्थानों पर जाकर किसान मेलों में भाग लेना पड़ता था, लेकिन मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की मंशा के अनुरूप अब किसान मेले का आयोजन जिले में ही किया जा रहा हैं, ताकि किसान भाइयों को अधिक लाभ मिल सके और वे अपनी आजीविका को सशक्त बना सकें। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों, आदान प्रबंधन, रखरखाव, एवं कृषक कल्याण योजना की जानकारी एक ही स्थान पर प्रदान करना है, ताकि किसान नवीन तकनीकों को अपनाकर कृषि में नवाचार कर सकें। उन्होंने जिले के सभी किसान भाइयों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस मेले में भाग लें और इसका पूरा लाभ उठाएं। एसकेडी विश्वविद्यालय के निदेशक श्री बाबूलाल जुनेजा ने बताया कि देशभर से कृषि स्टार्टअप्स को इस मेले में आमंत्रित किया गया है, जो किसानों को नए अवसर प्रदान करेंगे। इसके अलावा, किसानों के लिए लाभदायक मशीनरी का प्रदर्शन भी किया जाएगा। दिल्ली, हिसार और लुधियाना में जो नवाचार प्रदर्शित होते हैं, उससे भी बेहतर नवाचार इस मेले का आकर्षण रहेंगे। इसलिए उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे इस मेले में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित हों। एटीसी में कार्यरत डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि इस मेले में कृषि विशेषज्ञ और वैज्ञानिक किसानों से संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। साथ ही, पशुपालन एवं कृषि से संबंधित विभिन्न प्रदर्शनियां और प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। यह मेला अपने आप में एक अनोखा आयोजन होगा और जिले के किसानों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।


मेले में यह रहेगा आकर्षण का केंद्र

मेले में आधुनिक कृषि में ड्रोन के उपयोग का लाइव डेमो, स्मार्ट फार्मिग मॉडल के तहत नवाचार और तकनीक से भरपूर खेती के स्मार्ट समाधान, जैविक एवं प्राकृतिक खेती के तहत केमिकल मुक्त खेती और प्राकृतिक पद्धतियों का प्रदर्शन किया जाएगा। कृषि स्टार्टअप एवं एफपीओ द्वारा नए कृषि उद्यमों और किसानों के उत्पादों की प्रस्तुति दी जाएगी। हाईटेक बागवानी के तहत आधुनिक तकनीकों से उन्नत फल-सब्जी उत्पादन, कृषि कल्याणकारी योजनाएँ के तहत सरकार की नई योजनाओ की जानकारी प्रदान की जाएगी।

कृषक करेंगे कृषि वैज्ञानिकों से संवाद, शंकाओं का होगा समाधान

विशेष आकर्षण का केंद्र कृषक वैज्ञानिक संवाद रहेगा, जिसमें कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को नवीन कृषि तकनीकी के बारे में बताया जाएगा। उन्नत पशुओं की प्रतियोगिता का प्रदर्शन किया जाएगा एवं   डेयरी और पशुपालन में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कृषकों का सम्मान किया जाएगा। मेले में लोक कला, नृत्य और संगीत से सराबोर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें पंजाबी, राजस्थानी एवं हरियाणा के मशहूर कलाकार हिस्सा लेंगे।




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