पीएचसी डूंगराना, पीएचसी मन्दरपुरा एवं पीएचसी तलवाड़ा झील में आयोजित चिकित्सा शिविर में 19 नए मरीजों ने उपचार लेना शुरु किया
मानस अभियान : कैम्प में पहुंचे 106 मरीजों की हुई स्वास्थ्य जांच
हनुमानगढ़। जिला कलक्टर कानाराम के निर्देशन में सोमवार 3 मार्च को खण्ड भादरा की पीएचसी डूंगराना, खण्ड नोहर की पीएचसी मन्दरपुरा एवं खण्ड हनुमानगढ़ की पीएचसी तलवाड़ा झील में मानस अभियान के तहत नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 19 नए मरीजों ने मनोचिकित्सक से काउंसलिंग के बाद नशा छोडऩे का प्रण लिया। नशा मुक्ति चिकित्सा शिविरों में आए 106 मरीजों की काउंसलिंग की। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि जिला कलक्टर श्री कानाराम के निर्देशन में मानस अभियान के तहत नशा मुक्ति शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। डॉ. शर्मा ने बताया कि सोमवार 3 मार्च को पीएचसी डूंगराना, पीएचसी मन्दरपुरा एवं पीएचसी तलवाड़ा झील में नशा मुक्ति शिविर आयोजित किए गए। उन्होंने बताया कि पीएचसी डूंगराना में आयोजित शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. सुनील कुमार एवं पीएचसी इंचार्ज ने मरीजों की जांच की। शिविर में 32 मरीज उपचार के लिए पहुंचे, जिनमें से 28 मरीज नशों का सेवन करते थे। कैम्प में आए सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 8 नए मरीजों ने नशा छोडऩे की इच्छा जताई, जिनकी काउंसलिंग कर उपचार शुरु किया गया। डॉ. शर्मा ने बताया कि पीएचसी मन्दरपुरा में आयोजित शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. मनोज डूडी एवं पीएचसी इंचार्ज डॉ. विश्वासप्रताप सिंह ने मरीजों की जांच की। शिविर में 22 मरीज उपचार के पहुंचे, जिनमें से 14 मरीज नशों का सेवन करते थे। कैम्प में आए सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 3 नए मरीजों ने नशा छोडऩे की इच्छा जताई, जिनकी काउंसलिंग कर उपचार किया गया। पूर्व में आयोजित नशामुक्ति शिविर में अपना उपचार करवा चुके 8 मरीज पुन: उपचार लेने के लिए शिविर में पहुंचे। पीएचसी मन्दरपुरा के अंतर्गत आयोजित शिविरों में अब तक 2 मरीज नशों का सेवन करना छोड़ चुके हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि पीएचसी तलवाड़ा झील में आयोजित शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. ओपी सोलंकी एवं पीएचसी इंचार्ज डॉ. अरूण कुमार ने मरीजों की जांच की। शिविर में 52 मरीज उपचार के पहुंचे, जिनमें से 35 मरीज नशों का सेवन करते थे। कैम्प में आए सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 8 नए मरीजों ने नशा छोडऩे की इच्छा जताई, जिनकी काउंसलिंग कर उपचार किया गया। पूर्व में आयोजित नशामुक्ति शिविर में अपना उपचार करवा चुके 33 मरीज पुन: उपचार लेने के लिए शिविर में पहुंचे। पीएचसी तलवाड़ा झील के अंतर्गत आयोजित शिविरों में अब तक एक मरीज ने नशे का सेवन करना छोड़ दिया है। शिविर में उपचार के लिए आए मरीजों एवं उनके परिजनों को नशों के दुष्प्रभाव से परिवार एवं समाज पर होने वाले हानिकारक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। अंत में सभी मरीजों एवं उनके परिजनों को नशा ना करने की शपथ दिलाई।
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