विभागीय समीक्षा बैठक: पेयजल, बिजली, मौसमी बीमारियों और हीटवेव से निपटने को लेकर जिला कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश
मंगला पशु बीमा योजना अंतर्गत पॉलिसी जारी करने में पूरे प्रदेश में जिला तीसरे स्थान पर
10 जून तक पेयजल स्रोतों का सैंपल कलेक्शन कर
हनुमानगढ़। जिला मुख्यालय पर सोमवार को पेयजल आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति, मौसमी बीमारियों और हीटवेव से जुड़ी तैयारियों सहित विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर श्री काना राम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फील्ड में उतरकर अधिक से अधिक निरीक्षण करें। उन्होंने अप्रैल महीने में हुए निरीक्षणों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। जिला कलेक्टर ने जनसुनवाई एवं संपर्क पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में ट्यूबवेल, हैंडपंप और ग्राउंडवाटर के सैंपल 10 जून तक लिए जाए और उनकी केमिकल जांच भी की जाए। साथ ही, पीएचईडी अधिकारियों को पिछले वर्ष फेल हुए सैंपलों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में भाखड़ा से 1200 क्यूसेक और सिद्धमुख नहर से 300 क्यूसेक पानी की सप्लाई की जा रही है। जिला कलेक्टर ने हनुमानगढ़ टाउन और जंक्शन के मध्य बने ओवरब्रिज के मरम्मत कार्य की जांच कर शीघ्र कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रमों की सुनियोजित तैयारियों के निर्देश दिए। सभी सीएचसी और अस्पतालों में फायर एनओसी की स्थिति की समीक्षा की गई। साथ ही, टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जांच की गति बढ़ाने को कहा गया।
मंगला पशु बीमा योजना अंतर्गत पॉलिसी जारी करने में पूरे प्रदेश में जिला तीसरे स्थान पर
बैठक में कृषि विभाग से बीटी कॉटन की बुवाई की स्थिति पर चर्चा की गई, वहीं शिक्षा विभाग से नव प्रवेशोत्सव एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणामों पर विचार विमर्श किया गया। पशुपालन विभाग ने बताया कि मंगल पशु बीमा योजना के अंतर्गत 25460 पशुओं के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं और 15000 से अधिक पॉलिसी जारी हुई हैं। इस मामले में जिला प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। जिला कलेक्टर ने निराश्रित पशुओं के शिफ्टिंग को प्राथमिकता देने और वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के निर्देश भी दिए। पीएचईडी एसई श्री विजय वर्मा ने बताया कि पीएचईडी जिला कंट्रोल रूम में इस सप्ताह 85 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 76 का निस्तारण किया जा चुका है। संपर्क पोर्टल पर 486 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 335 का समाधान कर दिया गया है। बैठक में जिला परिषद सीईओ श्री ओपी बिश्नोई, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, आयुक्त श्री सुरेंद्र यादव सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहें।