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जल संरक्षण अभियान में मीडिया राउंड टेबल कार्यशाला

वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत मीडिया राउंड टेबल कार्यशाला

जल संरक्षण के लिए जन जागरूकता में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा

जल के सतत संरक्षण की दिशा में प्रदेश सरकार का अभियान द्वारा ठोस प्रयास

हनुमानगढ़। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में संचालित वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जिले में रविवार को मीडिया राउंड टेबल कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जिले में जल संरक्षण एवं संग्रहण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी पत्रकारों के माध्यम से व्यापक रूप से आमजन तक पहुँचाना था। जल ग्रहण विकास एवं भू–संरक्षण विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री महेंद्र सिंह ने जिले में जल संरक्षण को लेकर सरकार द्वारा किए जा रहे अहम कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में अमृत सरोवर, एनीकट, तलाई, मॉडल तालाब, मेड निर्माण तथा चारागाह भूमि पर पौधारोपण जैसे अनेक कार्य पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान में ‘जन’ शब्द बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि जल संरक्षण कोई एक व्यक्ति या विभाग का कार्य नहीं, यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें अभी से ठोस कदम उठाने होंगे।

अधिशासी अभियंता श्री शरीफ मोहम्मद ने बताया कि जिले में एमजेएसए 2.1 के अंतर्गत 2204 लाख रुपए की लागत से 385 कार्य प्रगतिरत है। उन्होंने इस अवसर पर ग्राम पंचायत स्तर पर जल संरक्षण हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार पंचायत स्तर पर संरचनात्मक विकास एवं जनजागरूकता के कार्यक्रमों के माध्यम से इस अभियान को जन-आंदोलन बनाया जा रहा है। सहायक जनसंपर्क अधिकारी श्री राजपाल लम्बोरिया ने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की रूपरेखा, उद्देश्यों एवं जिले में चल रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह अभियान राज्य सरकार की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जिसमें जन-भागीदारी के माध्यम से जल के सतत संरक्षण की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।कार्यशाला के दौरान जिले के सभी पत्रकारों और विभागीय प्रतिनिधियों ने जिले में जल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं, चुनौतियों और अनुभवों को साझा किया। पत्रकारों द्वारा अभियान की निगरानी, आमजन में संप्रेषण और योजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु अनेक महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे गए, जिनका संबंधित अधिकारियों ने संतोषजनक उत्तर भी दिया।

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