विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर कारागृह बंदियों के हेपेटाइटिस की हुई स्क्रीनिंग

जिला कारागृह में लगाया शिविर, बंदियों की हेपेटाइटिस बी व सी की हुई स्क्रीनिंग



हनुमानगढ़। जिले में सोमवार विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर विभिन्न प्रकार की जनजागरुकता गतिविधियां आयोजित की गई। स्वास्थ्यकर्मियों को हेपेटाइटस बी एवं सी से बचाने के लिए गत 24 जुलाई से शुरू किया गया टीकाकरण अभियान सोमवार को भी जारी रहा। इसके अलावा हनुमानगढ़, भादरा एवं नोहर में जेलों में बंद कैदियों की हेपेटाइटिस बी एवं सी की जांच की गई। 

सीएमएचओ डा. नवनीत शर्मा ने बताया कि नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल कार्यक्रम (एनवीएचसीपी) के तहत हनुमानगढ़ में जिला कारागृहों में बंदियों की हेपेटाइटिस बी एवं सी की स्क्रीनिंग की गई। इसी प्रकार, भादरा एवं नोहर में भी बंदियों की हेपेटाइटिस बी एवं सी की जांच की गई। स्वास्थ्यकर्मियों ने हनुमानगढ़ में संचालित नशा मुक्ति केन्द्रों में भी जाकर बंदियों की जांच कर उनकी भी स्क्रीनिंग की। सभी बंदियों को हेपेटाइटिस के बारे में जानकारी दी गई। डॉ. शर्मा ने बताया कि उपजिला अस्पताल भादरा में भी चिकित्सकों एवं स्टॉफ को हेपेटाइटिस बी से बचाव को लेकर टीके लगाए गए। प्रत्येक चिकित्सा कर्मी को हेपेटाइटिस-बी की तीन डोज लगाई जाएगी। इसके साथ-साथ इस रोग से बचाव को लेकर आमजन में जागरूकता लाने का काम भी जारी है। 



ऐसे होता है हेपेटाइटस बी

डिप्टी सीएमएचओ डा. अखिलेश शर्मा ने बताया कि यह टीकाकरण स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। हेपेटाइटिस बी एक संक्रामक रोग है, जो सुई चुभने से, संक्रमित रक्त या अन्य शरीर द्रव्यों के संपर्क में आने से फैलता है। चूंकि स्वास्थ्य कर्मी इस खतरे से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े होते हैं। इसलिए यह टीकाकरण उनकी सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। चिकित्सा कर्मियों को अभियान के तहत तीन खुराकें निर्धारित समय पर दी जाएगी। हेपेटाइटिस टीकाकरण के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों को इसके लक्षण, रोकथाम, परीक्षण व उपचार की भी जानकारी दी जा रही है। 

जिले में जल्द शुरू होगी वायरल लोड जांच

डॉ. अखिलेश शर्मा ने बताया एनवीएचसीपी के अंतर्गत कैनाल कॉलोनी राजकीय चिकित्सालय के लैब टैक्नीशियन का प्रशिक्षण राज्य स्तर पर हो चुका है। कैनाल कॉलोनी राजकीय चिकित्सालय में जल्द ही हेपेटाइटिस बी एवं सी की ट्रू-नॉट मशीन से वायरल लोड की जांच आरम्भ की जाएगी, जो कि जिले में प्रथम केन्द्र होगा। इससे पहले वायरल लोड हेतु सैंपल जयपुर भेजे जाते थे। इससे रोगियों के शीघ्र उपचार में सहायता मिलेगी।


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