पशुपालकों को संबल दे रही मंगला बीमा योजना, जिले में 28 हजार से ज्यादा बीमा पॉलिसी जारी
गाय-भैंस की मृत्यु पर 40 हजार और भेड़-बकरी पर 4 हजार की सहायता, पशुपालकों को आर्थिक राहत
हनुमानगढ़। प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना पशुपालकों के लिए संबल बनकर उभरी है। योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा 13 दिसंबर, 2024 को की गई थी। योजना का उद्देश्य पशुओं की आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनके नुकसान की भरपाई करना है। योजना के तहत बीमित गाय, भैंस या ऊंट की मृत्यु पर 40,000 रुपए तक एवं भेड़ या बकरी की मृत्यु पर 4,000 रुपए तक का बीमा क्लेम प्रावधानित है। जिले को योजना के तहत कुल 54,200 पशुओं का लक्ष्य मिला था, जिनमें से अब तक 47,290 पंजीकरण हो चुके हैं। लॉटरी प्रक्रिया द्वारा 45,149 पशुओं का चयन भी किया गया है।
संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग, डॉ. आनन्द स्वरूप के अनुसार, अब तक 34,393 पशुओं के स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र ऑनलाइन जारी किए जा चुके हैं, जबकि 28,773 बीमा पॉलिसी बीमा कंपनी एसआईपीएफ द्वारा जारी की जा चुकी हैं। स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया निरंतर जारी है ताकि अधिक से अधिक पशुपालक इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। पशुपालन विभाग ने बताया कि यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने और पशुपालकों को प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना की स्थिति में राहत पहुंचाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
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