हरियाली तीज पर जिलेवासियों ने निभाया "हरियालो राजस्थान" का संकल्प
कोहला लवकुश वाटिका में 76वां जिला स्तरीय वन महोत्सव
प्रभारी सचिव सहित जनप्रतिनिधियों, सैकड़ों बच्चों और अधिकारियों ने लगाए पौधे
उपखंड स्तर पर आयोजित हुए कार्यक्रम, कार्यालयों में भी हुआ पौधारोपण
हनुमानगढ़। हरियाली तीज के पावन अवसर पर रविवार को जिलेभर में 76वां वन महोत्सव पौधरोपण के साथ धूमधाम से मनाया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम कोहला स्थित लवकुश वाटिका में आयोजित हुआ, जबकि सभी उपखंड मुख्यालयों पर ब्लॉक स्तरीय आयोजन किए गए। मुख्य कार्यक्रम में प्रभारी सचिव डॉ. नीरज के पवन सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि और स्कूली छात्र-छात्राओं ने पौधारोपण किया। कार्यक्रम में 2000 से अधिक पौधरोपण के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। पं. गिरिराज शर्मा के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने पेड़-पौधों के महत्व और पर्यावरणीय चेतना पर आधारित प्रस्तुतियां दी।
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प्रभारी सचिव डॉ. नीरज के पवन ने हरित विकास के विजन को साझा करते हुए कहा कि राजस्थान अब रेगिस्तान नहीं, ‘हरित समृद्धि’ की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में पहला ग्रीन बजट लाया गया है, जिसमें 27,854 करोड़ रुपए की हरित परियोजनाएं शामिल हैं। ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान के तहत प्रदेश में 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने ‘कुसुम योजना’, ‘वंदे गंगा’ अभियान, ‘बर्तन बैंक’ और ‘वेस्ट-टू-हेल्थ’ जैसे नवाचारों की भी जानकारी दी, जो पर्यावरण को बचाने की दिशा में राज्य सरकार के संकल्प को दर्शाते हैं।
हरियाली तीज पर जिले में 6 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री के "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान और राज्य सरकार के मिशन हरियालो राजस्थान के तहत जिले में व्यापक स्तर पर पौधारोपण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाली तीज के अवसर पर जिले में 6 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पूरे वर्ष में जिले को 19 लाख 16 हजार 500 पौधों का लक्ष्य मिला है, जिसमें से अब तक 16 लाख से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। कलेक्टर ने कृषकों से आह्वान किया कि वे खेतों की मेड़ों पर अधिकाधिक पौधारोपण कर इस अभियान को सफल बनाए। उपवन संरक्षक श्री सुरेश कुमार ने वन महोत्सव की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, इसके उद्देश्य और समाज की जिम्मेदारी पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक पौधा लगाकर हम न केवल पर्यावरण की रक्षा करते हैं, बल्कि अगली पीढ़ियों के लिए जीवन बचाने की दिशा में कदम बढ़ाते हैं। जनप्रतिनिधि श्री अमित सहू ने किसानों से खेजड़ी जैसे देशी व बहुपयोगी वृक्ष लगाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि खेजड़ी न केवल भूमि की उर्वरता बनाए रखने में सहायक है, बल्कि यह चारा, खाद और छाया भी देती है। श्री सहू ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य परिवेश को हराभरा बनाना है और इसके लिए जनसहभागिता आवश्यक है।
वन्य जीवों की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का हुआ सम्मान
वन्य जीवों की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों और संगठनों को इस अवसर पर सम्मानित किया गया। इनमें गौ सेवा समिति कलाना, गौ रक्षा दल धोलीपाल, श्री पवन सोनी, श्री धर्मेंद्र गोदारा, श्री कुलदीप बिश्नोई, श्री निजाम अली, श्री विकास, श्री दिनेश बिश्नोई, श्री शंकर दास और मियावाकी पद्धति से पौधरोपण करने वाले श्री रामेश्वर लाल कड़ेला एवं प्रशासक श्रीमती नवनीत संधू का नाम शामिल रहा। कार्यक्रम में पूर्व विधायक श्री धर्मेंद्र मोची, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री प्रमोद डेलू, एडीएम श्री उम्मेदी लाल मीना, एडिशनल एसपी श्री जनेश तंवर, श्री देवेंद्र पारीक, श्रीनगर प्रशासक श्रीमती नवनीत संधू, श्री चरणजीत सिंह, श्री प्रदीप ऐरी, श्री नितिन बंसल, एसीएफ श्री गगनदीप सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि, वनकर्मी और बच्चे उपस्थित रहे। सभी ने अपने हाथों से पौधरोपण कर जिले को हराभरा बनाने का संकल्प दोहराया।
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