हनुमानगढ़ जिले में भारी बारिश से जीवन हुआ अस्त व्यस्त,
जल निकासी नहीं होने से जलभराव की समस्या
जिला प्रशासन ने की आमजन से अपील
हनुमानगढ़। मानसून के दौरान क्षेत्र में भारी बरसात से जीवन अस्त व्यस्त हो गया है जिससे अधिकतर क्षेत्र में जल निकासी नहीं होने से जलभराव की समस्या आमजन के लिए मुसीबत बन गई है। जिले में गुरुवार देर शाम से शुरू हुई बारिश लगातार शुक्रवार को सुबह 9 बजे तक जारी रही। इसके बाद भी रुक-रुक कर बारिश का दौर चलता रहा। बारिश से मौसम सुहावना बन गया गर्मी से राहत मिली। लेकिन जलभराव से जीवन अस्त व्यस्त हो गया। खेतो में लबालब पानी भरने से फसल पूरी तरह डूब गई। घरों में पानी घुस गया। अव्यवस्था की तस्वीरें भी साफ नज़र आ रही हैं। वही अंडरपास में जलभराव के कारण आवाग़मन अवरुद्ध हो गया। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार देर रात को नोहर में सबसे अधिक 137 एमएम, टिब्बी में 80 एमएम, हनुमानगढ़ मुख्यालय पर 72 एमएम वर्षा दर्ज की गई। वही शुक्रवार को जिले की उपतहसील गोलूवाला में सबसे अधिक 156 एमएम बारिश दर्ज की गई।
पानी निकासी नहीं होने से जलभराव बनी समस्या
हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर कार्यालय, एसपी ऑफिस और प्रमुख प्रशासनिक भवनों के सामने की सड़कों पर एक से डेढ़ फुट तक पानी जमा हो चुका है, जिससे आमजन के साथ-साथ अधिकारियों को भी आवाजाही में दिक्कत हो रही है. मुख्य बाज़ारों, अस्पताल मार्गों और अंडरपासों में हालात बदतर हैं। जल निकासी व्यवस्था नहीं होने से बारिश का पानी नालियों और सीवरेज से होकर निकलने के बजाय सड़कों पर तालाब का रूप ले गया। अंडरपास में जलभराव के चलते वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है, जिससे ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों, स्कूली बच्चों और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश
जिले में लगातार बारिश और अतिवृष्टि की संभावना को देखते हुए जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया है. हालांकि आदेश के समय में थोड़ी देरी होने से कुछ स्कूलों के बच्चे पहले ही घर से निकलकर स्कूल के रास्ते पर थे, जिन्हें बाद में स्कूलों से वापस भेजा गया। वही जिला कलेक्टर डॉ खुशाल यादव ने शुक्रवार देर शाम को सरकारी गैर सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों, महाविद्यालयों में अवकाश घोषित करने के आदेश जारी किए।
किसानों के खेत हुए लबालब
अत्यधिक बारिश से किसानो के खेत लबालब होने से फसल डूब गई। धान उत्पादक किसानों के लिए बारिश वरदान तो नरमा कपास उत्पादक किसानों के लिए बरसात के जलभराव होने से आफत बनकर आई। टिब्बी उपखंड के चक 12, 14, 15 एसएलडब्ल्यू, 3 केएसपी के कुछ भाग के निचले क्षेत्र के लगभग 50-60 मुरब्बों में पानी भर गया है। फसल पूरी तरह डूब गई। जलभराव की समस्या के बाद तहसीलदार हरीश कुमार टाक मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया। और किसानो की पीड़ा सुनकर जल निकासी करवाने का आश्वासन दिया।
हनुमानगढ़ जिला प्रशासन ने की आमजन से अपील
जिले में मानसून के कारण भारी बारिश से, जल स्त्रोतों तथा अन्य जलाशयों में वर्षा एवं जलभराव की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए, आमजन को विशेष सतर्कता बरतने एवं ध्यान रखने योग्य जरूरी बाते
- नदी, नाले, नहरों एवं जलाशयों के किनारे चिकनी मिट्टी एवं अधिक जलभराव वाले स्थानों पर फिसलन तथा गहराई का सही अनुमान न लग पाने से गंभीर दुर्घटनाए हो सकती हैं। इनके किनारों से यथासंभव दूर रहें।
- बच्चों को भी जलभराव वाले स्थानों, नहरों, तालाबों अथवा खुले जलस्त्रोतों के समीप ना जाने दें।
- खेतों, नहरों अथवा अन्य जलयुक्त स्थलों के पास पूर्ण सतर्कता के साथ कार्य करें
- लो-लेवल क्रॉसिंग तथा अंडरपास में जलभराव एवं बहाव की स्थिति में वाहन से अथवा पैदल पार करने की गलती न करें। यह जानलेवा हो सकता है।
किसी भी प्रकार की सहायता अथवा आपात स्थिति में तत्काल जिला नागरिक सुरक्षा हेल्पलाइन 01552 260299 पर संपर्क करें।
विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों में शनिवार को रहेगा अवकाश
मौसम विभाग की चेतावनी एवं जिले में अत्यधिक वर्षा एवं जलभराव की स्थिति के कारण विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत जिले के समस्त राजकीय एवं निजी विद्यालयों / महाविद्यालयों, प्रशिक्षण संस्थानों एवं कोचिंग संस्थानों में 2 अगस्त, 2025 अवकाश घोषित किया गया है।
जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के अध्याय 4 की धारा 30 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिले में 2 अगस्त को समस्त राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों / महाविद्यालयों, प्रशिक्षण संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा कोचिंग संस्थानों में अवकाश घोषित किया है।
जिले के समस्त सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों/महाविद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों के संस्थान प्रधान/प्रभारी को निर्देशित किया गया है कि आदेश की अक्षरशः पालना सुनिश्चित करें। आदेश की अवहेलना की स्थिति में सम्बन्धित के विरूद्ध आपदा प्रबन्धन अधिनियम में विहित प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
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