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किलकारी और मोबाइल एकेडमी से मिल रही है जानकारी

किलकारी और मोबाइल एकेडमी से गर्भवती माताओं और नवजात शिशुओं की हो रही बेहतर देखभाल

हनुमानगढ़। डिजिटल इंडिया अभियान के तहत मातृ और शिशु स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए भारत सरकार की दो मोबाइल सेवायें किलकारी और मोबाइल एकेडमी हनुमानगढ़ में भी अपना असर दिखा रही है। मोबाइल एकेडमी कार्यक्रम से सभी आशा सहयोगियों को नई जानकरियां मिल रही है, उनकी कार्य क्षमता को बढ़ावा मिल रहा है। वहीं किलकारी कार्यक्रम से गर्भवती महिलाओं को घर बैठे अपने मोबाईल में ही गर्भावस्था, खान-पान, टीकाकरण, परिवार कल्याण की जानकारी मिलती है जिससे उसके स्वस्थ और सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिलता है। डिजिटल इंडिया मिशन के तहत यह सारी जानकारियां गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क प्रदान हो रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि किलकारी कार्यक्रम के वॉइस कॉल से गर्भवती महिलाओं को महत्वपूर्ण समय में पोषण, टीकाकरण और अन्य जरुरी जानकारियां घर बैठे मिल रही हैं, जो उनके लिए बहुत फायदेमंद है। जो जानकारी उन्हें स्वास्थ्य केंद्र से मिलती है, वो बिना किसी खर्च उन्हें अपने मोबाइल से मिल रही है। 

कैसे जिले की गर्भवती माताओ और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रख रही है किलकारी योजना 

डॉ. शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि किलकारी के माध्यम से पंजीकृत गर्भवती माताओं और एक साल तक के शिशु के उत्तम स्वास्थ्य और देखभाल के लिए मोबाइल कॉल के जरिये स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी एवं जागरुकता प्रदान की जाती है जैसे एनीमिया से बचाव ,परिवार नियोजन की जानकारी टीकाकरण के लिए प्रेरित करना एवं मातृ स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता देना शामिल है। सभी आशा सहयोगिनी व एएनएम कोशिश करें कि एएनसी रजिस्ट्रेशन के दौरान गर्भवती का खुद का मोबाइल नंबर आवश्यक रूप से पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में दर्ज हो और एएनसी रजिस्ट्रेशन के बाद सभी गर्भवती महिलाओ को किलकारी कॉल सुनने के लिए प्रोत्साहित करें। किलकारी मोबाइल संदेश में गर्भवती महिलाओ को डॉ. अनीता से मैसेज सुनने को मिलेगें, जिससे एएनसी, टीकाकरण, खान-पान आदि में जागरुकता बढ़ेगी। अगर कोई भी गर्भवती महिला कॉल आने पर फोन नहीं उठा पाती है, तो पुन: सुनने के लिए अपने नम्बर 14423 डायल कर उसे फिर से सुन सकती है।

किलकारी सेवा गर्भावस्था के उस नाजुक समय अवधि को कवर करता है, जब गर्भवती महिला या जच्चा-बच्चा को देखभाल की सबसे अधिक जरूरत होती है यानि कि गर्भावस्था की दूसरी तिमाही से लेकर बच्चे के साल तक के होने का समय जो कि कुल 72 सप्ताह का होता है। इस 72 सप्ताह में गर्भवती माताओं और एक साल से कम आयु की माताओं के मोबाइल फोन पर हर हफते एक पहले से रिकॉर्डेड संदेश सुनाया जाता है। किलकारी स्वास्थ्य संदेश में परिवार नियोजन के 12, मातृ स्वास्थ्य के 17, प्रतिरक्षण के 7 और बच्चे के स्वास्थ्य से जुडे 34 संदेश सुनाये जाते है। 

मोबाइल एकेडमी से आशाओ की कार्यक्षमता और जानकारियों में हो रहा बढ़ावा 

भारत सरकार की ओर से संचालित होने वाले इन दोनों कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग के लिए हनुमानगढ़ आए कार्यक्रम अधिकारी नवलकिशोर व्यास ने बताया कि ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की सबसे मजबूत कड़ी के रूप में कार्य कर रही आशा सहयोगिनियों की मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियोंं और क्षमता को बढ़ाने के लिये भारत सरकार की और से डिजिटल इंडिया मिशन के तहत मोबाइल एकेडमी कार्यक्रम कार्य कर रहा है। यह आशा सहयोगिनियों के लिये एक 240 मिनट का एक कोर्स होता है जिसमें कुल 11 अध्याय होते है। प्रत्येक अध्याय में 4 पाठ होते है। यह कोर्स करने से आशा सहयोगिनी के मातृ और शिशु स्वास्थ्य, स्वास्थ्य सेवाओ के बारे में जानकारी बढ़ती है। साथ ही उसकी संचार क्षमता में भी सुधार होता है। इस कोर्स के लिये आशा सहयोगिनी कभी भी, कही से अपने पंजीकृत फोन नम्बर से 14424 नम्बर डायल कर कोर्स शुरू कर सकती है। कोर्स पूरा करने पर भारत सरकार की और आशा को प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाता है।

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