टीबी मुक्त भारत की दिशा में हनुमानगढ़ ने रचा इतिहास
50 हजार नॉट जांच करने वाला प्रदेश का पहला जिला
हनुमानगढ़। टीबी उन्मूलन की दिशा में हनुमानगढ़ जिले ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत 50,000 नॉट जांच पूरी कर राजस्थान में यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला जिला बन गया है। यह उपलब्धि "टीबी मुक्त भारत" के लक्ष्य की ओर एक मजबूत और निर्णायक कदम मानी जा रही है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मुकेश शेखावत ने बताया कि जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन एवं सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा के मार्गदर्शन में जिले में वलनरेबल पॉपुलेशन की स्क्रीनिंग के साथ-साथ संभावित टीबी मरीजों की पहचान कर उनका तुरंत इलाज शुरू किया जा रहा है। अभियान के तहत नॉट टेस्ट और चेस्ट एक्स-रे जैसे आधुनिक जांच साधनों का उपयोग किया जा रहा है।
टीबी खोजो अभियान में दिखा समर्पण
डॉ. शेखावत ने बताया कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री की मंशानुरूप जिले में सघन टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें हर संभावित टीबी रोगी की पहचान और उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही जागरूकता गतिविधिया भी तेजी से चलाई जा रही हैं, जिससे आमजन में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़े और समय रहते इलाज संभव हो सके।
निक्षय मित्र बनें, पोषण सामग्री दें
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने जिले के अधिकारियों, कर्मचारियों और आमजन से अपील की है कि अधिक से अधिक निक्षय मित्र जुड़ें ताकि टीबी मरीजों को पोषण सामग्री समय पर उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर टीबी मरीज को दवा के साथ-साथ पोषण भी सुनिश्चित हो, जिससे उनका शीघ्र स्वस्थ होना संभव हो सके। इस मुहिम को जन-आंदोलन बनाने के लिए व्यापारिक संगठनों, सामाजिक संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों से अपील की गई है कि वे निक्षय मित्र बनकर इस जनहित के अभियान में भागीदार बनें।
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