जिला कलेक्टर कानाराम की प्रेरणास्पद और भावपूर्ण विदाई: जिला प्रशासन में संवेदनशीलता, अनुशासन और नवाचार की छोड़ी छवि
शिक्षा से लेकर कृषि तक हर क्षेत्र में नवाचार
हनुमानगढ़। जिला कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को एक भावपूर्ण और प्रेरणादायक विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हनुमानगढ़ के जिला कलक्टर श्री काना राम का सवाई माधोपुर स्थानांतरण होने पर समस्त जिला प्रशासन, अधिकारीगण और कर्मचारियों ने उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई दी। कार्यक्रम में उनकी प्रशासनिक कार्यशैली, नवाचारों और जनहित में किए गए प्रयासों की प्रशंसा करते हुए एक अनुकरणीय प्रशासनिक अधिकारी के रूप में उन्हें याद किया गया। समारोह की शुरुआत श्री भीष्म कौशिक द्वारा श्री काना राम के जीवन परिचय से हुई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वारा साफा पहनाकर श्री काना राम का सम्मान किया गया। पुलिस अधीक्षक श्री हरी शंकर ने मानस नशा मुक्ति अभियान की सफलता को जिला कलेक्टर के कुशल नेतृत्व का परिणाम बताया और नवपदस्थापन के लिए शुभकामनाएं दीं।
शिक्षा से लेकर कृषि तक हर क्षेत्र में नवाचार
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री पन्नालाल कड़ेला ने बताया कि पीएम श्री विद्यालयों में उनके मार्गदर्शन में अभूतपूर्व कार्य हुए। नशा मुक्ति अभियान की गतिविधियों को विद्यालयों से जोड़कर व्यापक जनजागरूकता का निर्माण हुआ। वहीं, पीडब्ल्यूडी के एसई श्री शीशपाल चौधरी ने कहा कि श्री काना राम ने राज्य स्तर तक जाकर विभागीय समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया।
कर्मठता और अनुशासन की मिसाल
निजी सचिव श्री पवन कुमार ने बताया कि श्री काना राम का स्वभाव अत्यंत सरल, शांत और अनुशासित रहा। उनके कार्यकाल में रात्रि चौपालें नियमित हुईं और समय की पाबंदी के कारण प्रशासनिक गति में निखार आया। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री उम्मेदीलाल मीणा ने कहा कि उनके नेतृत्व में शांतिपूर्ण लोकसभा चुनाव संपन्न हुआ, वहीं उत्तर भारत का सबसे बड़ा कृषि महोत्सव आयोजित कर एक ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाया गया, जिसमें 1 लाख से अधिक किसानों ने भाग लिया।
जन सेवा और तकनीकी नवाचार की समवेत दृष्टि
श्री काना राम के प्रयासों से क्रॉप कटिंग कार्य समय पर सम्पन्न हुआ, जिससे हनुमानगढ़ देशभर में प्रथम स्थान पर रहा। मानस अभियान में उन्होंने अर्जुन अवॉर्डी, द्रोणाचार्य अवॉर्डी सहित ग्राम व शहरी क्षेत्रों के नागरिकों को जोड़कर नशे के विरुद्ध जनआंदोलन खड़ा किया। प्राकृतिक आपदाओं में रातोंरात राहत कार्य संचालित करवाना उनके संवेदनशील प्रशासन की मिसाल बना। भूमि पैमाईश में पारदर्शिता हेतु 15 लाख रुपए की लागत से नई मशीन की व्यवस्था भी उनके प्रयासों का परिणाम रही।
विदाई भाषण में अनुभव, अनुशासन और संकल्प की झलक
उन्होंने संबोधन में समस्त अधिकारी-कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एक अधिकारी को अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलकर काम करना चाहिए, जिससे बेहतर परिणाम सामने आते हैं। उन्होंने कार्यालय समय की पाबंदी को सफलता की पहली शर्त बताया और कहा कि मेरे कार्यकाल में मैं हमेशा समय पर कार्यालय पहुँचा, आप भी इसे अपनाए, आधा कार्य यूँ ही हो जाएगा। उन्होंने बताया कि नोहर व भादरा विधानसभा के ईवीएम वितरण के लिए नवाचार किया गया ताकि कार्मिकों को असुविधा न हो। मानस अभियान और टीबी मुक्त अभियान जैसी पहलें उन्होंने सभी अधिकारियों के सहयोग से संचालित कीं। उन्होंने कहा कि मेरे 12 वर्षों की सेवा में हनुमानगढ़ की टीम सबसे उत्कृष्ट रही। समारोह के अंत में मानस अभियान के तहत उनके द्वारा लिखित प्रेरक गीत भी बजाया गया। इस अवसर पर सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, कर्मचारीगण तथा कलेक्ट्रेट परिवार के सदस्य उपस्थित रहे। श्री काना राम की यह विदाई न केवल एक प्रशासनिक अधिकारी की विदाई थी, बल्कि संवेदनशील, अनुशासित और नवाचार प्रेरित नेतृत्व की एक मिसाल भी थी, जो लंबे समय तक हनुमानगढ़ के प्रशासनिक इतिहास में स्मरणीय बनी रहेगी।
यह रही मुख्य उपलब्धियां
उतरी भारत के सबसे बड़े कृषि महोत्सव का आयोजन
मानस नशा मुक्त अभियान के तहत अभियान से आमजन को जोड़ा, मॉनिटरिंग के लिए ई-आरोग्य पोर्टल, मानस खेल अभियान
सभी ग्राम पंचायतों को खेल मैदानों से जोड़ने के लिए 62 ग्राम पंचायतों में 729 लाख की स्वीकृति
लोकसभा चुनावों में ईवीएम वितरण में तकनीक के सहारे नवाचार
पीएमश्री विद्यालयों में सभी स्टाफ के लिए एक ड्रेस कोड लागू
जिला मुख्यालय सहित सभी ब्लॉक में आधुनिक डिजिटल लाइब्रेरी का नवाचार
टीबी मुक्त भारत अभियान में अभूतपूर्व प्रगति, निक्षय मित्र पर जोर
ई-फाइल पद्धति को लागू करना और संपर्क पोर्टल की निगरानी में प्रभावी कार्यवाही