कलेक्ट्रेट में गूंजा "वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे"
विश्व अहिंसा दिवस पर बापू और शास्त्री को किया याद
हनुमानगढ़। "वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे, पर दुःखे उपकार करे तोये, मन अभिमान न आणे रे" गांधी जी के प्रिय भजनों की धुन से गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट सराबोर रहा। गांधी जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाते हुए जिले भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जिला स्तरीय कार्यक्रम की शुरुआत कलेक्ट्रेट परिसर स्थित गांधी पार्क में गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि से हुई। अतिथियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। तत्पश्चात छात्राओं ने गांधी जी के प्रिय भजनों और रामधुन की शानदार प्रस्तुति दी।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में वक्ताओं ने गांधी जी को याद करते हुए उनके सिद्धातों को आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक बताया। इस अवसर पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उनकी ईमानदारी के चलते देश को एक नई दिशा मिली।
साध्य के साथ-साथ साधन भी हो पवित्र
एडीएम श्री उम्मेदीलाल मीना ने गांधी जी को याद करते हुए कहा कि समाज को उनके विचारों को अपनाने की आवश्यकता है। गांधी जी ने कहा था कि पाप से नफरत करनी है, पापी से नहीं। गलत रास्तों पर चलने वालों को दंडित करने से अधिक महत्वपूर्ण उन्हें उस गलत कार्य से विमुक्त करना है। गांधी जी मानते थे की साध्य के साथ-साथ साधन भी पवित्र होना जरूरी है। कार्य करने की नेक इच्छा भी महत्त्वपूर्ण है, उसी से समाज को आगे लाया जा सकता है। हनुमानगढ़ विधायक श्री गणेशराज बंसल ने कहा कि बापू के बताए मार्गों पर चले। उन्होंने अपने उद्बोधन में पूर्व प्रधानमन्त्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री को याद किया।
कार्यक्रम में जिला परिषद सीईओ श्री ओपी बिश्नोई, हिंदुस्तान स्काउट गाइड के जिलाध्यक्ष श्री विकास गुप्ता, जनप्रतिनिधि श्री संजय शर्मा, एसडीएम श्री मांगीलाल, पीएमओ डॉ. शंकरलाल सोनी, सहकारी उप रजिस्ट्रार श्री अमीलाल सहारण, नगरपरिषद आयुक्त श्री सुरेंद्र यादव, सहित विभिन्न स्कूलों के स्टूडेंट्स, एनसीसी कैडैट्स, स्काउट गाइड के वॉलेंटियर्स और बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।





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