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घर, भूखण्ड या निर्माणाधीन साइट पर मच्छर का लार्वा पाया जाता है, तो राजस्थान एपिडेमिक एक्ट-1957 के तहत भवन मालिक पर होगी कार्रवाई

वार अगेंस्ट लार्वा मिशन : डेंगू पर वार, सतर्क हर घर—परिवार



हनुमानगढ़। मौसम में बदलाव के साथ डेंगू और मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने “वार अगेंस्ट लार्वा” अभियान के तहत घर-घर सर्वे शुरू कर दिया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि सर्वे के दौरान यदि किसी घर, भूखण्ड या निर्माणाधीन साइट पर मच्छर का लार्वा पाया जाता है, तो राजस्थान एपिडेमिक एक्ट-1957 के तहत भवन मालिक को नोटिस जारी कर चालान काटा जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग की टीमें फील्ड में उतर चुकी हैं 

1. घरों व सार्वजनिक स्थलों पर मच्छरजनित लार्वा की जांच व नष्टिकरण

2. एंटीलार्वा दवा (BTI) का छिड़काव

3. फॉगिंग और जनजागरूकता गतिविधियां

4. स्कूलों में बच्चों को जागरूक करना, ताकि वे घर जाकर संदेश फैलाएं

सामुदायिक भागीदारी ही बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है। डॉ. शर्मा ने कहा —

“डेंगू से बचाव के लिए हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। रविवार, 2 नवम्बर को ‘सूखा दिवस’ मनाएं — अपने घर के हर बर्तन, कूलर, गमले, परिंडे, टंकी, टायर आदि को खाली कर सुखाएं, ताकि लार्वा पनप न सके।”

याद रखें 

“साफ पानी में भी मच्छर का लार्वा पनपता है, इसलिए पानी जमा न रहने दें।”

लक्षणों पर रखें ध्यान

डिप्टी सीएमएचओ डॉ. अखिलेश शर्मा ने बताया —

तेज़ बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टी, शरीर पर दाने आदि लक्षण दिखें तो तुरंत नज़दीकी अस्पताल जाए।

झोलाछाप से इलाज न करवाएं

आवश्यकता अनुसार डॉक्टर की सलाह पर केवल पैरासिटामोल लें (एस्प्रिन/डिस्प्रिन नहीं)

खूब पानी, जूस और नारियल पानी पिएं

सावधानी ही सुरक्षा है

1. घर और आस-पास पानी जमा न होने दें

2. कूलर, गमले, टूटे बर्तन, टायर आदि हर हफ़्ते साफ करें

3. पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें

4. मच्छरदानी, कॉइल, स्प्रे या रिपेलेंट का प्रयोग करें

आपकी जागरूकता ही हमारी जीत है, आइए हर नागरिक इस अभियान का हिस्सा बने — *“सूखा घर, स्वस्थ परिवार — डेंगू से बचाव का यही आधार है।”*


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