एथेनॉल फैक्ट्री विरोध: फैक्ट्री निर्माण कार्य को रोककर आबादी क्षेत्र से दूर अन्यत्र स्थापित करने की मांगः
टिब्बी बार संघ ने पीएम के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बोले फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण से आमजन के स्वास्थ्य को खतरा
टिब्बी। तहसील मुख्यालय के समीप राठीखेड़ा ग्राम पंचायत की रोही के चक पांच आरके में प्रस्तावित एथेनॉल फैक्ट्री का विरोध लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को टिब्बी बार एसोसिएशन अध्यक्ष रोहिताश चाहर के नेतृत्व मे प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में ड्यून एथेनॉल प्रा. लि. द्वारा स्थापित की जा रही फैक्ट्री को आबादी क्षेत्र से दूर किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग की गई है।
आबादी क्षेत्र के समीप लग रही है एथेनॉल फैक्ट्री
ज्ञापन के अनुसार यह एथेनॉल फैक्ट्री टिब्बी नगरपालिका क्षेत्र से मात्र 300 मीटर और टिब्बी मुख्य शहर से 800 मीटर की दूरी पर स्थापित किया जा रहा है। ग्राम राठीखेड़ा से 900 मीटर और उसकी आबादी क्षेत्र से केवल 50 मीटर दूर है। इसके आसपास सिलवाला कलां (3 किमी), तलवाड़ा झील (4 किमी), सूरेवाला (4 किमी) और बेहरवाला कलां (4 किमी) जैसे कई गांव स्थित हैं। बार संघ ने आशंका जताई है कि इस फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषण का मानव स्वास्थ्य, पशुओं, फसलों और वनस्पति पर गंभीर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसके अतिरिक्त, भूजल और वायु भी प्रदूषित होंगे। ज्ञापन में यह भी बताया गया कि फैक्ट्री से बनने वाले ज्वलनशील पदार्थ एथेनॉल को 'रेड श्रेणी' में वर्गीकृत किया जाता है। आरोप है कि इस फैक्ट्री को स्थापित करने की मंजूरी निर्धारित मापदंडों का उल्लंघन करते हुए दी गई है। इस फैक्ट्री के स्थापित होने से घनी आबादी के साथ-साथ पशुधन, पानी, हवा और फसलें प्रभावित होंगी। यह क्षेत्र राजस्थान राज्य का प्रमुख धान और गेहूं उत्पादक क्षेत्र है, जिसे 'धान का कटोरा' भी कहा जाता है। फैक्ट्री द्वारा अत्यधिक जल दोहन के लिए बोरवेल का उपयोग करने से मीठा और गुणवत्तापूर्ण भूमिगत जल खराब और क्षेत्र की भूमि बंजर होने का आशंका है।
ग्रामीण व किसान लंबे समय से कर रहे है विरोध
एथेनॉल फैक्ट्री लगाने के विरोधस्वरूप लोगों में रोष है। पिछले 15 महीने से लगातार फैक्ट्री, निर्माण स्थल के नजदीक धरना लगाकर रोष प्रकट किया जा रहा था लेकिन प्रशासन व पुलिस द्वारा किसानों व धरना स्थल पर बैठे लोगों को कुछ दिन पूर्व घरों से उठाया गया तथा उन पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। इससे आमजन में काफी रोष है पूर्व में मुख्यमंत्री व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को अनेक ज्ञापन भी दिए जा चुके है। लोगों का कहना है कि यह कृषि उन्नत क्षेत्र पूरे राजस्थान मे अन्न उत्पादन के रूप में जाना जाता है ऐसे में बार संघ ने ग्रामीणों व किसानो के इस फैक्ट्री स्थापना के विरोध को समर्थन देते हुए फैक्ट्री के निर्माण कार्य को रोककर अन्यत्र स्थापित करने की मांग की।

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