राष्ट्रीय मतदाता दिवस लोकतंत्र के प्रति जागरूकता का पर्व, 32 बीएलओ, सुपरवाइजर और अधिकारी सम्मानित
हनुमानगढ़। जिले भर में शनिवार को 15 वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला स्तरीय मुख्य समारोह कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुआ, जिसमें नव पंजीकृत मतदाताओं को पहचान पत्र (एपिक कार्ड) वितरित किए गए। तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले 15 बूथ लेवल अधिकारी, 5 सुपरवाइजर, एवं 9 जिला निर्वाचन कार्यालय के कर्मचारी, नायब तहसीलदार जसवंत सिंह, तहसीलदार हरीश सहारण, एसडीएम संजय अग्रवाल को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मतदाता संदेश और विभिन्न निर्वाचन मोबाइल एप्लीकेशनों पर आधारित फिल्म प्रदर्शन के साथ हुई। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने अपने संदेश में बताया कि इस वर्ष निर्वाचन आयोग ने अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे किए हैं।
नैतिक मतदान के लिए प्रेरित करना हमारा मुख्य लक्ष्य, दिलाई शपथ
जिला कलेक्टर काना राम ने मतदाता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि मतदान प्रक्रिया में ग्राउंड लेवल पर काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी ही लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान व्यापारिक संस्थाओं द्वारा मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए दी गई छूट को पूरे राज्य में सराहा गया। इस बार के चुनावों में जिले ने मतदान जागरूकता के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए। “वोट पाती” जैसे अभिनव अभियानों ने जिले को वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में स्थान दिलाया। बच्चों ने भी अपने अभिभावकों से मतदान करने के लिए जिले को वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में स्थान दिलाया की अपील कर नैतिक मतदान के महत्व को रेखांकित किया। जिला कलेक्टर ने बताया कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने, या संशोधन करने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है, जिससे लोग घर बैठे यह कार्य कर सकते हैं। इसके लिए सक्षम, सी विजिल ऐप जैसे प्लेटफॉर्म का जिक्र किया गया। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों में युवाओं को सक्रियता से भाग लेने और नैतिक मतदान के लिए प्रेरित करना हमारा मुख्य लक्ष्य है। कार्यक्रम के अंत में जिला कलेक्टर ने नैतिक मतदान की शपथ दिलाई और हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया। जिला परिषद सीईओ ओपी बिश्नोई ने मतदाता दिवस को लोकतंत्र की महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस आयोजन ने लोगों को न केवल उनके मताधिकार के प्रति जागरूक किया, बल्कि लोकतंत्र के प्रति उनकी जिम्मेदारियों का एहसास भी कराया।