पीरकामड़िया में भामाशाह सम्मान समारोह ; भामाशाहों
का पगड़ी पहनाकर, स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मान, भामाशाहों ने 2.5 करोड़ की लागत से बनवाया विद्यालय भवन
हनुमानगढ़ जिले की टिब्बी तहसील के गांव पीरकामड़िया स्थित
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मे भामाशाह सम्मान तथा वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का
आयोजन किया गया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर कानाराम, विशिष्ट अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक
अरशद अली, अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक नीलम चौधरी ने पीरकामडिया के स्कूल की तस्वीर बदलने वाले भामाशाहों
को पगड़ी पहनाकर, स्मृति
चिन्ह देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथिगणों ने मां
सरस्वती के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित कर किया। विद्यालय द्वारा अतिथिगणों
का पगड़ी पहनाकर तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया | कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि दान का सुख
सर्वश्रेष्ठ है वह भी शिक्षा के लिए किया दान तो आने वाली कई पीढ़ियों को शिक्षित
करने से आत्मसम्मान, सकारात्मक
तथा गुणात्मक परिणाम आने का संकेत है। भामाशाहो द्वारा दान करने की भारतीय
संस्कृति में विशिष्ट पहचान है। उसी प्रकार पीरकामड़िया के भामाशाहों ने अपने
परिजनों से मिले संस्कारो के पता पर चलते हुए भी समाज के समक्ष एक आदर्श उदाहरण
प्रस्तुत किया है। वक्ताओं ने कहा कि गाँव के हर परिवार द्वारा शिक्षा में किया
गया दान का सुख सर्वश्रेष्ठ है यहां की आने वाली पीढियों का भविष्य उज्ज्वल है। अब
बच्चों के शिक्षा के साथ साथ उस युवा पीढ़ी का बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है जो नशे
की गर्त में जा रहा है। जो आज के समय पूरे समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
जिसमें हमारी सबकी भागीदारी जरूरी है। जिला कलेक्टर कानाराम तथा एसपी अरशद अली ने
ग्रामीणों से जिस भावना से उन्होंने विद्यालय के भवन निर्माण सामुदायिक भावना से आहुति
दी है उसी प्रकार नशे को रोकने के लिए चलाए जा रहे मानस अभियान को जनांदोलन बनाकर
उसमे भी सहयोग देने की अपील की। जिससे हम आने वाले पीढ़ी को बचा पाएंगे। इस मौके
पर प्रधानाचार्य विनोद पूनिया उपप्राचार्य सोहनलाल भांभू ने अतिथिगणों का आभार
व्यक्त किया।
शिक्षा के लिए सामुदायिक भावना से किया गया दान जिले
में एक यूनिक मॉडल है, उनका दान ही नहीं, ऐसा निवेश है जो आने वाले पीढ़ियों का
भविष्य बनाएगा: जिला कलेक्टर
भामाशाह सम्मान समारोह में जिला कलेक्टर ने कहा कि पीरकामडिया के लोगों द्वारा जिस समुदायिक भावना से सहयोग किया वह एक यूनिक मॉडल है, ये दान ही नहीं बल्कि एक ऐसा
निवेश है जो आने वाली पीढ़ियों का भविष्य बनाएगा। यहां के भावी पीढ़ियों का
उज्ज्वल भविष्य है जो संस्कार आने वाली पीढ़ी को अपने पूर्वजों से मिलेगा वह पीढ़ी
भी संस्कारवान होगी। उसके परिणाम भी सकारात्मक तथा सुखद होंगे। संबोधित करते हुए
कहा कि यहां का क्षेत्र समृद्ध है किसान अन्नदाता है उसके साथ साथ ऊर्जा तथा
एथेनॉल दाता बनने की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री सौर ऊर्जा योजना, बायो मास योजना तथा ऐथेनॉल प्लांट
के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि चावल की पराली यहां की बड़ी समस्या है। जिसका
उपयोग बायो मास के लिए शत प्रतिशत उपयोग हो सकता है। इसमें सक्रिय भागीदारी निभाए
और जिससे अपना रेवेन्यू बढ़ा सकते है। इसकी जानकारी को अन्य से भी साझा करे। नशे के
खिलाफ जन आन्दोलन की आवश्यकता है, जिससे हम भावी पीढ़ी को बचा पाएंगे | पीरकामडिया
एक प्रोग्रेसिव पंचायत है इसलिए आपसे अपेक्षाए अधिक है |
शिक्षा के लिए किया गया दान, आने वाली पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल, बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए की अपील
भामाशाह सम्मान कार्यक्रम में एसपी अरशद अली ने कहा
कि शिक्षा के बिना तो मनुष्य और पशु में कोई भेद नहीं है| यहां के लोगों ने शिक्षा के क्षेत्र
में जो दान दिया है जो उनके दान देने के बाद उनके चेहरों पर जो प्रसन्नता झलक रही
है वो अपने आप में बेमिसाल है उनके बच्चों का तथा क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल है।
उन्होंने युवा वर्ग के नशे की गिरफ्त में
आने की समस्या आज की सबसे बड़ी समस्या तथा चुनौती है। जिस प्रकार से आपने शिक्षा
में बढ़ चढ़ कर दान किया है उसी सकारात्मक सोच के साथ नशा मुक्ति के लिए चलाये जा
रहे अभियान में भी तन और मन से सहयोग करे। ग्रामवासियों को नशे से दूर रखने की
अपील करते हुए अपने बच्चों पर निगरानी रखने कि बात कही।
इन भामाशाहों का किया सम्मान
विद्यालय के भवन के नवनिर्माण में सहयोग करने वाले भामाशाह भूप सहारण पुत्र रामजीलाल सहारण, यादवेंद्र शर्मा पुत्र स्वर्गीय लालचंद शर्मा, कौशल्या देवी पत्नी स्वर्गीय राजाराम बेनीवाल, स्वर्गीय जेंटलमैन चाहर के परिवारजनों, स्वर्गीय बिशनी देवी पत्नी स्वर्गीय मनफूल राम चाहर के परिवार जनों, विश्वास चाहर पुत्र स्वर्गीय नवीन चाहर, स्वर्गीय माहेश्वरी देवी पत्नी स्वर्गीय भीमसेन चाहर के परिवारजनों, स्वर्गीय सरस्वती देवी पत्नी लालचंद शर्मा, स्वर्गीय आत्माराम बेनीवाल की स्मृति श्रीमती मुन्नी देवी पुत्र विजय सिंह बेनीवाल, स्वर्गीय गणेशाराम सहारण एवं स्वर्गीय गौरादेवी के परिवारजनों, स्वर्गीय सुरजाराम गोदारा पुत्र स्वर्गीय भामाराम गोदारा के परिवारजनों, को पगड़ी पहनाकर, स्मृति चिन्ह देकर समान किया गया।
विद्यालय भवन का लिया लोकार्पण
भामाशाहों के सहयोग से 2.5 करोड़ की लागत से विद्यालय का नवनिर्मित भवन का जिला कलेक्टर कानाराम ने लोकार्पण किया। वे भामाशाह जिन्होंने अपनी नेक कमाई में से इस शिक्षा के मंदिर के लिए दान दिया है। विद्यालय के प्रवेश द्वार पर भामाशाहों के नाम की पट्टिका से पर्दा हटाकर भवन का लोकार्पण किया। अतिथिगणों ने कहा कि ये पट्टिका उनकी इस सकारात्मक सोच से किया गया कार्य उनके आने वाली पीढ़ियों को गौरवान्वित करेगा। इस प्रकार के कार्य बेमिसाल है। जो क्षेत्र के विकास की ओर अग्रसर होने के संकेत है। लोकार्पण के समय भामाशाह भी मौजूद रहे।