15 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकारी खरीद होगी शुरू
जिले के 16 हजार से अधिक कृषकों ने करवाया पंजीयन
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद को लेकर जिला कलेक्टर की समीक्षा बैठक
हनुमानगढ़। रबी फसल की सरकारी खरीद प्रक्रिया को लेकर बुधवार को जिला कलेक्टर काना राम ने संबंधित विभागों, व्यापारी संगठनों और श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में सरकारी खरीद की तैयारियों, किसानों के पंजीकरण और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं, सरसों, चना खरीद की रणनीति पर चर्चा की गई। गेहूं की सरकारी खरीद 15 मार्च से 30 जून तक की जाएगी, वहीं इसके पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। सरसों और चने की सरकारी खरीद 1 अप्रैल से प्रस्तावित है। सरसों और चने की सरकारी खरीद के लिए 19 केंद्र बनाए गए है। जिला कलेक्टर काना राम ने बताया कि इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,425 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार द्वारा 150 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस प्रदान किया जाएगा, जिससे गेहूं की खरीद दर 2,575 रुपए प्रति क्विंटल के अनुसार होगी। कलेक्टर ने कहा कि सरकारी खरीद जिले का सबसे बड़ा त्योहार है, क्योंकि पिछले वर्ष प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद में जिले की हिस्सेदारी 50 फीसदी से अधिक रही थी। इस वर्ष 16 हजार से अधिक किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाया है। पिछले वर्ष जिले में 52 हजार किसानों ने पंजीकरण करवाया था, जिनमें से 37 हजार से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचा था। इस बार भी जिले का योगदान प्रदेश में 50 से 60 फ़ीसदी के बीच रहने की संभावना है।
खरीद एजेंसियों की नियुक्ति और व्यवस्था
सरकारी खरीद प्रक्रिया को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए गेहूं की खरीद के लिए 58 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं। जिसमें 14 केंद्र भारतीय खाद्य निगम, 4 केंद्र राजस्थान राज्य सहकारी विपणन संघ (राजफ़ैड), 12 केंद्र नेफेड, 28 केंद्रों पर नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन को खरीद एजेंसी बनाया गया है। जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि खरीद एजेंसियों द्वारा प्रत्येक खरीद केंद्र पर कार्मिकों की नियुक्तियां समय पर सुनिश्चित की जाए और किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
व्यापारिक और श्रमिक संगठनों से सहयोग की अपील
जिला कलेक्टर ने व्यापारिक और श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों से सकारात्मक सहयोग देने की अपील की। उन्होंने भंडारण क्षमता और उठाव प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी से बचने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित अधिकारियों को टेंट, छाया, पानी और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करने को कहा।
पैदावार और अनुमान
कृषि विपणन उपनिदेशक देवी लाल कलवा ने जानकारी दी कि जिले में इस वर्ष गेहूं की 162 लाख क्विंटल और सरसों की 52 लाख क्विंटल से अधिक पैदावार होने की संभावना है। अंत में, जिला कलेक्टर काना राम ने सभी अधिकारियों, व्यापारियों और किसानों को होली, धुलंडी, रमज़ान और सरकारी खरीद के त्योहार की शुभकामनाएं दीं।