अंत्योदय शिविर में 143 काश्तकारों के खातों के विभाजन से विवादों को मिला विराम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पंखवाड़ा अंतर्गत अनूपशहर और नेठराना शिविर में किसानों को बड़ी राहत
हनुमानगढ़/भादरा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत शनिवार को भादरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत अनूपशहर और नेठराना में शिविरों का आयोजन किया गया। राज्य सरकार के गरीबी मुक्त राजस्थान संकल्प के अंतर्गत आयोजित इन शिविरों में किसानों के लंबे समय से लंबित विवादों को प्रशासनिक सहयोग से मौके पर ही सुलझाया गया। शिविरों में आए ग्रामीणों और काश्तकारों को योजनाओं का सीधा लाभ प्रदान किया गया।
अनूपशहर में 7 खातों का विभाजन, परिवारों को मिला मालिकाना हक
ग्राम पंचायत अनूपशहर में आयोजित शिविर में आपसी सहमति से 7 खातों का विभाजन किया गया, जिससे 36 काश्तकारों को लाभ मिला। इनमें से एक खाता ऐसा था जिसमें 11 काश्तकार गरीब परिवारों से थे, जो वर्षों से भूमि विवाद से जूझ रहे थे। प्रशासन की समझाइश और सहयोग से इनका विवाद समाप्त हुआ और खाता विभाजन से राहत मिली। साथ ही, 22 सीमा ज्ञान, 7 रास्ते, 2 धारा 136, और 21 धारा 188 के प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही किया गया।
नेठराना में 25 खातों का हुआ समाधान, 82 काश्तकार लाभान्वित
ग्राम पंचायत नेठराना के शिविर में भी प्रशासनिक टीम ने बड़ी सफलता अर्जित की। यहा 25 खातों का आपसी सहमति से विभाजन कर 82 काश्तकारों को राहत दी गई। इसके अतिरिक्त 16 सीमा ज्ञान, 18 रास्ते और अन्य राजस्व प्रकरणों का भी निस्तारण तत्परता से किया गया। शिविर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, खाद्य सुरक्षा, तथा अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़े आवेदन भी तुरंत निस्तारित किए गए।
योजनाओं की जानकारी के साथ मिला पट्टा व पौधारोपण का संदेश
पंचायतीराज विभाग द्वारा तीन लाभार्थियों को पट्टे वितरित किए गए। इसके साथ ही मिशन हरियालो राजस्थान के तहत ग्रामीणों को पौधारोपण का महत्व बताया गया और स्वामित्व योजना की जानकारी दी गई। इस पहल से न केवल पर्यावरण को लाभ मिलेगा बल्कि ग्रामीणों को भूमि पर अधिकार का सशक्त अनुभव भी होगा।
जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी रहे मौजूद
नेठराना शिविर में विधायक श्री संजीव बैनीवाल, उपखंड अधिकारी श्री कल्पित शिवराण, तहसीलदार श्री धर्मेंद्र जांदू, नायब तहसीलदार श्रीहरवंश, सहायक विकास अधिकारी श्री देवेंद्र कुमार, ऑफिस कानूनगो श्रीमती कलावती मीणा, पटवारी श्री विनोद बेनीवाल व श्री संदीप मीणा सहित सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। ग्रामीणों ने राज्य सरकार का आभार जताते हुए कहा कि "जन रो हक, जन रे द्वार" की यह सोच जमीनी हकीकत में बदल रही है।