कृषि विभाग की आत्मा परियोजना में आवेदन मांगे, 5 श्रेणी के कृषकों को मिलेगा पुरस्कार
प्रोत्साहन • खेती में नवाचार पर 35 किसान होंगे सम्मानित, जिला स्तर पर चयनितों को 25-25 हजार रुपए की मिलेगी पुरस्कार राशि
हनुमानगढ़। कृषि के क्षेत्र में नवाचार करने वाले कृषकों को आत्मा योजना के तहत पुरस्कृत किया जाएगा। जिले की प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर अलग-अलग 5 श्रेणी में कृषि में नवाचार करने वाले 5-5 किसानों का चयन किया जाएगा। जिले के कुल 35 कृषकों को चयनित किया जाएगा। इन 35 कृषकों में से 10 को जिला स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए कार्यालय उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा की ओर से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। 16 सितंबर तक संबंधित किसान कृषि विभाग कार्यालय या कृषि पर्यवेक्षक /सहायक कृषि अधिकारी को आवेदन पत्र जमा करवा सकेंगे।
आत्मा परियोजना निदेशक डॉ. सुभाष चंद्र डूडी ने बताया कि हनुमानगढ़ जिले में 7 ब्लॉक है। प्रत्येक ब्लॉक पर 5 किसानों का चयन किया जाएगा। यानी कुल 35 कृषक चयनित होंगे। इनमें से 10 किसानों का चयन जिला स्तर पर होगा। ब्लॉक स्तर पर सम्मानित होने वाले 25 कृषकों को 10-10 हजार रुपए और जिला स्तर पर पुरस्कृत होने वाले 10 किसानों को 25-25 हजार रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। परियोजना निदेशक आत्मा श्री सुभाषचंद्र डूडी के अनुसार पंचायत समिति एवं जिला स्तर पर सम्मानित किए जाने वाले कृषकों का चयन आत्मा योजना के तहत जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित आत्मा शासी परिषद द्वारा किया जाएगा। सबसे खास बात यह है कि गत वर्षों में पुरस्कृत प्राप्त कर चुके किसान आवेदन नहीं कर पाएंगे। कृषकों को एक बार ही सम्मानित किए जाने का प्रावधान है। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा खेती में नवाचार करने वाले काश्तकारों को योजना के बारे में बताकर जागरूक किया जा रहा है।
कृषि, उद्यानिकी सहित विभिन्न श्रेणियां, श्रेष्ठ कृषकों का होगा चयन
कृषि उन्नति योजना के तहत पुरस्कार प्रदान करने के लिए विभिन्न श्रेणी बनाई गई है। इनमें उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों का ही चयन किया जाएगा। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन डेयरी, जैविक खेती तथा नवाचार खेती श्रेणी में कृषि उत्पादों का प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्द्धन आदि गतिविधियों के तहत किसानों का चयन होगा। प्रत्येक गतिविधि के लिए पंचायत समिति स्तर पर 5 कृषकों का चयन होगा। पंचायत समिति स्तर पर चयनित कृषकों में से ही 10 सर्वश्रेष्ठ कृषकों (प्रत्येक गतिविधि के लिए 2 कृषकों) का चयन जिला स्तर पर किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार कृषि विभाग द्वारा निर्धारित 21 मूल मंत्र की पालना कर समग्र कृषि गतिविधियों यथा प्रमाणित बीज प्रयोग, बीज उपचार, फार्म मशीनरी, कृषि विभाग की पैकेज ऑफ प्रेक्टिसेज अपनाते हुए खेती करते हैं एवं हाईटेक कृषि लेते हों, उन किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उद्यानिकी गतिविधियों में हाईटेक उद्यानिकी या माइक्रो इरिगेशन द्वारा सिंचाई, वृक्षों की आपसी दूरी तथा कटाई पश्चात प्रबंधन करने, सब्जियों की खेती करने वाले, फल बगीचा स्थापना मय ड्रिप व फसलोत्तर प्रबंधन करने वाले कृषकों को प्राथमिकता दी जाएगी। पशुपालन डेयरी गतिविधि में कृषक पशुपालन में उन्नत नस्ल के पशु, अच्छा पशु स्वास्थ्य, नियमित टीकाकरण, पशुओं को संतुलित आहार, कृत्रिम गर्भाधान, दुग्ध उत्पादन के प्रबंधन करने वाले कृषकों को प्राथमिकता दी जाएगी। जैविक श्रेणी में कंपोस्ट निर्माण, बीजामृत, वर्मीवॉश, जैविक उत्पाद का निर्माण व विपणन आदि जैविक खेती के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषकों को वरीयता दी जाएगी।
किसानों को उत्कृष्ट कार्य का फोटोग्राफ्स सहित देना होगा विवरण, विभाग करेगा सत्यापन, फिर होगा चयन
कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन डेयरी या जैविक खेती करने वाले किसान स्वयं ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र में संबंधित किसान का नाम, पता, खेती का विवरण मय फोटोग्राफ्स आत्मा परियोजना कार्यालय में जमा करवाना होगा। इसके बाद कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर सत्यापन भी करेंगे। आवेदन करने वाले किसानों की पूरी सूची तैयार की जाएगी। फिर आत्मा शासी परिषद की बैठक में आवेदनों पर चर्चा होगी। परिषद की बैठक में ही किसानों के चयन पर मुहर लगेगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार योजना का उद्देश्य किसानों को उन्नत खेती के लिए प्रोत्साहन करना है। पुरस्कार प्राप्त करने वाले किसानों से अन्य किसान भी प्रेरित होते हैं। इसीलिए सरकार द्वारा प्रतिवर्ष सभी जिलों में प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया जाता है।
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