"गुरु गोलवलकर आकांक्षी ब्लॉक योजना" में चयनित ब्लॉक को मिलेगा 1.5 करोड़ का "अनटाइड फंड"
नीति आयोग के फ्रेमवर्क के आधार पर हनुमानगढ़ जिले से अल्प विकसित एकमात्र भादरा ब्लॉक का चयन
त्रैमासिक रैंकिंग के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय ब्लॉक को 50 लाख, 35 लाख एवं 25 लाख रुपए का मिलेगा अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन
हनुमानगढ़। राजस्थान सरकार ने प्रदेश के वंचित विकास खंडों (ब्लॉकों) को तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए 'गुरु गोलवलकर आकांक्षी ब्लॉक विकास योजना' का खाका तैयार किया है। वर्ष 2025-26 के लिए लागू की गई इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य राज्य के 41 चयनित पिछड़े ब्लॉकों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, बुनियादी ढांचे और सामाजिक विकास के क्षेत्रों में समग्र सुधार लाना है। जिले से इसके लिए नीति आयोग के फ्रेमवर्क के आधार पर अल्प-विकसित एकमात्र भादरा ब्लॉक का चयन किया गया है।योजना के तहत 'सबका साथ, सबका विकास' के मूलमंत्र पर काम करते हुए ब्लॉकों के विकास को ब्लॉक स्तर पर ही योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा। मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में सुधार के साथ सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति पर भी खास फोकस रहेगा।
5 प्रमुख क्षेत्र तय, 39 केपीआई से होगी निगरानी
योजना के क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं संबद्ध सेवाएं, बुनियादी ढांचा और सामाजिक विकास — इन पांच मुख्य क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है। विकास कार्यों की निगरानी के लिए कुल 39 प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों (केपीआई) का निर्धारण किया गया है, जिनकी समय-समय पर समीक्षा होगी। स्वास्थ्य और पोषण तथा शिक्षा क्षेत्र को सर्वाधिक 30-30 प्रतिशत वेटेज दिया गया है। इसके बाद कृषि को 20 फीसदी, बुनियादी ढांचे को 15 फीसदी और सामाजिक विकास को 5 फीसदी अंकित भार दिया गया है।
अधिकारियों को जिम्मेदारी, आमजन से सहभागिता
योजना का संचालन 'सहयोग, समन्वय और प्रतिस्पर्धा' की त्रिस्तरीय रणनीति पर आधारित रहेगा। प्रत्येक जिला और ब्लॉक स्तर पर समर्पित संचालन समितियां गठित होंगी। विकास कार्यों में स्थानीय नागरिकों, सामाजिक संगठनों, विशेषज्ञों और स्वयंसेवी संस्थाओं की सहभागिता को अनिवार्य किया गया है। ब्लॉकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए वार्षिक रैंकिंग भी की जाएगी। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले ब्लॉकों को पुरस्कार और आर्थिक प्रोत्साहन भी मिलेगा।
योजना की खास बातें
प्रत्येक आकांक्षी ब्लॉक के लिए अलग से 1.5 करोड़ रुपए "अनटाइड फंड" दिया जाएगा।
त्रैमासिक रैंकिंग के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय ब्लॉक को 50 लाख, 35 लाख एवं 25 लाख रुपए का अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा।
इंटीग्रेटेड नॉलेज एंड रैंकिंग पोर्टल तैयार होगा, जिससे विकास कार्यों की रीयल टाइम मॉनिटरिंग होगी।
शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष ध्यान।
फील्ड ऑफिसर्स और स्थानीय कार्यकर्ताओं को नियमित प्रशिक्षण।
डिजिटल समावेशन और बैंकिंग सेवाओं का विस्तार।
हर तीन महीने में प्रगति की समीक्षा, सुधारात्मक कदम अनिवार्य।
राज्य सरकार का संदेश — 'पिछड़े नहीं, उन्नति के प्रेरक बनेंगे ये ब्लॉक'
राज्य सरकार का मानना है कि इन वंचित ब्लॉकों में तीव्र विकास से प्रदेश के समग्र विकास दर में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इससे आर्थिक विषमता घटेगी और समाज के अंतिम पायदान तक विकास की रोशनी पहुंचेगी। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के अनुसार, “गुरु गोलवलकर आकांक्षी ब्लॉक योजना राजस्थान के ग्रामीण विकास को नई दिशा देगी और राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।”