टिब्बी सीएचसी में लू-तापघात से संबंधित व्यवस्थाएं बेहतर: सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा
सीएचसी टिब्बी, पीएचसी सिलवाला एवं दो एम्बूलेंस का किया निरीक्षण
हनुमानगढ़। सरकारी चिकित्सा संस्थानों में गर्मी, लू एवं तापघात से व्यवस्थाओं के निरीक्षण अभियान के तहत शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने सीएचसी टिब्बी का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सीएचसी टिब्बी में मरीजों के लिए की गई समस्त व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर उसे बेहतरीन बताया। उन्होंने सीएचसी में वार्ड व बैड्स की व्यवस्था, कूलर, पंखे, एसी, विभिन्न स्थानों पर मरीजों व आमजन के लिए की गई पानी की व्यवस्था एवं सीएचसी में उपलब्ध दवाइयों की उपलब्धता से संंबंधित जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पीएचसी सिलवाला एवं दो एम्बूलेंस की भी जांच की। उनके साथ राकेश चौधरी एवं करणवीर भी उपस्थित रहे। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया गर्मी के मौसम को देखते हुए जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों की व्यवस्थाओं की जा रहा है ताकि गर्मी बढऩे के बाद आमजन को किसी भी प्रकार की अव्यवस्थाओं का सामना ना करना पड़े। इसी के चलते आज उन्होंने सीएचसी टिब्बी में गर्मी के मौसम में मरीजों एवं आमजन के लिए की रही व्यवस्थाओं की जांच की गई। उनके साथ सीएचसी इंचार्ज डॉ. मांगीलाल छीम्पा ने संयुक्त रूप से सीएचसी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण अभियान के तहत वार्डों का निरीक्षण किया गया, जहां पर कमरों की साफ-सफाई एवं एसी की पूर्ण व्यवस्था रही। इसके अलावा दो डेडीकेटिड वार्ड भी फुली एसी मिले। सीएचसी परिसर में लगे 2 आरओ एवं 2 वाटर कूलर सही मिले। डॉ. शर्मा ने कहा कि सभी इलैक्ट्रोनिक उपकरण सही रहने चाहिए। समय-समय पर इसकी जांच होती रहे। उन्होंने कहा कि सीएचसी परिसर में सभी वाश-बेसिन पर साबुन या हैण्डवाश की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने कार्मिकों को वार्ड की नियमित साफ-सफाई रखने के लिए पाबंद किया गया। सीएचसी में सभी पंखों एवं एसी की नियमित जांच, कूलरों में दिन में दो या तीन बार पानी बदलने के निर्देश दिए। वहां उपस्थित चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को हीट वेव से संबंधित दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान दवाइयों की जानकारी, ओपीडी विंग, आईपीडी विंग, डीडीसी, दैनिक रिपोर्टिंग, मटकों-कैम्पर एवं वाटर कूलर की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली गई। डॉ. नवनीत शर्मा ने वार्ड में उपचाराधीन मरीजों से बात की और मिल रहे उपचार के लिए बारे में जानकारी ली। उन्होंने सीएचसी परिसर में खड़ी एम्बूलेंस की जांच की तथा उनके रखी दवाइयों के बारे में भी जानकारी ली। इसके उपरांत उन्होंने पीएचसी सिलवाला की भी जांच की तथा वहां हीटवेव से संबंधित व्यवस्थाओं की जांच की। डॉ. शर्मा ने रास्ते में आ रही 108 एम्बूलेंस की जांच की। एम्बूलेंस कर्मियों को एम्बूलेंस में रखे आइसपैक को रोजाना बदलने के निर्देश दिए।