Barcking News

6/recent/ticker-posts

सोलर प्लांट से जुड़े फीडरों पर 3939 किसानो को मिलेंगे कृषि कनेक्शन

सोलर प्लांट से जुड़े फीडरों पर कृषि कनेक्शन मिलेंगे, 3939 को फायदा

राज्य सरकार ने किसानों को खेती-किसानी के लिए बिजली कनेक्शन देने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने कृषि कनेक्शन नीति-2017 में संशोधन को मंजूरी दे दी है। अब पीएम कुसुम योजना के तहत लगे सोलर प्लांटों से जुड़े फीडरों पर किसानों को तत्काल कृषि बिजली कनेक्शन उपलब्ध होंगे। इस ऐतिहासिक फैसले से हजारों किसानों को लाभ मिलेगा और लंबे समय से लंबित पड़े कनेक्शनों की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

इस संबंध में जोधपुर डिस्कॉम ने आदेश जारी कर दिए हैं। यानी संशोधन सिर्फ घोषणा नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर लागू भी हो चुका है। आदेश के अनुसार अब 33 केवी ग्रिड सब स्टेशन (जीएसएस) से जुड़े उन फीडरों पर, जहां कुसुम योजना के सोलर प्लांट स्थापित हैं, किसानों को प्राथमिकता के आधार पर कनेक्शन मिलेगा। जानकारी के अनुसार जिले में कुसुम ए में 17 और कुसुम सी में 7 सोलर प्लांट लग चुके है। इन प्लांटों के अंतर्गत आने वाले किसानों को अब डिस्कॉम कृषि कनेक्शन उपलब्ध करवाएगा। जिले में कुसुम सी योजना में कुल 17 प्लांट लगकर तैयार हो चुके हैं। जिनसे रोजाना 28.4 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। वहीं कुसुम ए योजना के तहत 7 सोलर प्लांट बनकर तैयार हो चुके हैं, जिनसे रोजाना 8 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है।

22 फरवरी 2022 की कट ऑफ डेट, अब बदलेंगे किसानों के हालात

वर्तमान व्यवस्था में 22 फरवरी 2022 तक जमा आवेदनों को सामान्य श्रेणी में कनेक्शन दिया जा रहा है, जिसके चलते किसान 6 वर्षों से इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल जिले में सामान्य श्रेणी के 3939 कृषि कनेक्शन पेंडिंग हैं, जिनके डिमांड नोटिस तक जमा हो चुके हैं, लेकिन लाइन की क्षमता और फीडरों पर लोड अधिक होने के कारण कनेक्शन नहीं दिए जा सके। डिस्कॉम आंकड़ों के अनुसार 3939 किसानों ने डिस्कॉम को डिमांड नोटिस के नाम पर 13 करोड़ 78 लाख 65 हजार रुपए भी जमा करवा रखे है। अब डिस्कॉम सोलर प्लांट की क्षमता के अनुसार फीडरों पर स्लॉट तय करेगा।

जानिए, जिले में कहां, कितने मेगावाट क्षमता के बने सोलर प्लांटः कुसुम योजना में गांव खाराखेड़ा, किकरवाली, रामपुरा मटोरिया, फतेहगढ़, नौरंगदेसर, रामपुरा मटोरिया, बरमसर, शाहपीनी, छानीबड़ी, नेठराना, किशनपुरा, धन्नासर, भोजासर, गंधेली में दो सोलर प्लांट कुल 28.4 मेगावाट के लगे हैं। वहीं परलीका, रतनपुरा, किराड़ा, बरमसर, पल्लू, मिर्जेवाली मेर, झुरियांवाली में 8 मेगावाट के प्लांट शुरू हो चुके हैं।

मंजूरी दूरगामी फैसला, आर्थिक बोझ कम होगा

आरआर सहारण, रिटायर्ड एसई, डिस्कॉम ने कहा कि कुसुम योजना से जुड़े फीडरों पर कृषि कनेक्शन की मंजूरी दूरगामी फैसला है। अब तक डिस्कॉम के पास अतिरिक्त लोड की क्षमता नहीं थी, जबकि सोलर प्लांटों के फीडर दिन में पर्याप्त बिजली पैदा करते हैं और उनका इस्तेमाल पूर्ण क्षमता से नहीं हो पाता। इस संशोधन से सोलर फीडरों का उपयोग बढ़ेगा, किसानों को दिन में गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी, डिस्कॉम पर आर्थिक बोझ कम होगा, और ग्रामीण कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी।

एसई बोले:- कृषि कनेक्शनों की रफ्तार होगी तेज

नई संशोधित नीति कृषि कनेक्शनों की पेडेंसी को काफी हद तक कम करेगी। कुसुम योजना में लगे सोलर प्लांट से जिले के किसानों को कृषि कनेक्शन जारी करने के आदेश है। साथ ही पुराने फीडरों पर क्षमता से अधिक लोड कम होगा। नए संशोधन के बाद एक नई प्राथमिकता लिस्ट तैयार की जाएगी।

                                       आरएस चारण, एसई, 

                                   जोधपुर डिस्कॉम, हनुमानगढ़।

Post a Comment

0 Comments